रानीगंज-बीजेपी द्वारा बुलाए गए बांग्ला बंद के समर्थन में बुधवार सुबह पुराना बस स्टैंड के पास तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और भाजपा कार्यकर्ता आपस में भीड़ गए .दोनों ओर से हाथापाई की गई.कई भाजपा कार्यकर्ताओं को चोटें भी लगी. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया. दूसरी और रानीगंज बाजार के अधिकांश दुकानें बंद रही. बन्द को देखते हुए रानीगंज बोरो चैयरमेन मुज्जमिल शहजादा एवं रानीगंज ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रूपेश यादव के नेतृत्व में बाजार के दुकानदारों को दुकान खोलने के लिए कहा गया. जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें दुकान बंद करने के लिए आवेदन किया .इस स्थिति को देखते हुए दुकानदार असमंजस में पड़ गए .कुछ दुकानदारों ने दुकाने खोली तो कुछ ने बन्द रखा. रानीगंज के मुख्य बस स्टैंड पर भाजपा के रानीगंज नगर मंडल अध्यक्ष देवजीत खां के नेतृत्व में भाजपा समर्थक बस स्टैंड पहुंचे और सभी बसों को रोक दिया. उन्होंने सुबह सात बजे से बस स्टैंड के अंदर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कई भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को अपनी पार्टी के झंडे हाथों में लिए और बस स्टैंड पर चलने वाली बसों के सामने सड़क पर बैठे देखा गया. इस मामले को देखते हुए रानीगंज थाने की बड़ी संख्या में पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाने की कोशिश की, लेकिन यहां भी बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक पुलिस से उलझ गये.भाजपा कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि जब उनके कार्यकर्ताओं ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के प्रतिवाद में न्याय की मांग के लिए कोलकाता की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया, तो पुलिस ने उन पर अन्यायपूर्ण और क्रूरतापूर्वक हमला किया, जो अस्वीकार्य है. आरजी कर की घटना का विरोध करते हुए इंसाफ की मांग की तथा भाजपा कार्यकर्ताओं को अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने बस सेवा बंद कर दी . देखा गया है कि आज बस स्टैंड के पास इलाके में कई तृणमूल कार्यकर्ताओं के समर्थक जमा हुए हैं, तृणमूल कांग्रेस के नेता बापी चक्रवर्ती ने कहा कि वे बंद की राजनीति नहीं चाहते, वे चाहते हैं कि सार्वजनिक जीवन स्वस्थ और सामान्य तरीके से चलता रहे. इस बारे में रानीगंज भाजपा मंडल एक अध्यक्ष देवजीत खां ने कहा कि भाजपा द्वारा जो बंद का आह्वान किया गया है जनता द्वारा उसका पूर्ण समर्थन किया जा रहा है .टीएमसी के लोग आए थे वह चाहते थे कि बंद को असफल किया जाए लेकिन जब उन्होंने देखा की जनता का समर्थन मिला हुआ है तो वह पीछे हट गए और उन्होंने पुलिस को आगे कर दिया उन्होंने कहा कि पुलिस टीएमसी के खरीदे हुए गुलाम की तरह काम कर रही है लेकिन आज की हड़ताल को जनता का समर्थन प्राप्त है और यह हड़ताल पूरी तरह से सफल है . टीएमसी नेता बापी चक्रवर्ती ने कहा कि हड़ताल कैसे भी मुद्दे का समाधान नहीं है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले दिन से कहा है कि मेडिकल कॉलेज छात्रा के हत्या में जो भी दोषी हैं उनको फांसी की सजा मिलनी चाहिए और सही तरीके से इंसाफ होना चाहिए लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की हड़ताल किया जाए उन्होंने कहा कि हड़ताल से कुछ भी हासिल नहीं होता और जब से ममता बनर्जी ने 2011 में बंगाल के कमान संभाली है तब से यहां पर बंद नहीं होता.












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