रानीगंज-रानीगंज के एनएसबी रोड स्थित निर्माणाधीन श्री श्याम मंदिर के पास सोमवार सुबह श्री शक्ति धाम मंदिर का भूमि पूजन अति धूमधाम से किया गया. यह मंदिर देश का पहला ऐसा मंदिर बनेगा, जहां त्रिशक्तियों यानी , श्री शाकंभरी माता, श्री जीण माता और श्री पाली सती दादी का मंड(विग्रह) एक ही मन्दिर में स्थापित होगा.3 शक्तिपीठों के दर्शन एक साथ किए जा सकेंगे.तीन महा शक्तियों की मूर्ति स्थापना को लेकर रानीगंज शहर तथा आसपास के रहने वाले राजस्थानी समाज के लोगो में चर्चा बनी हुई है. इस भूमि पूजन में राजस्थानी समाज के सुप्रसिद्ध समाजसेवी और उद्योगपति रणीगंज एवं रांची निवासी पवन बजाज ने कहा कि कोलकाता के बाद अगर कहीं सबसे अधिक मारवाड़ी समाज का विकास हुआ है, तो वह रानीगंज शहर ही है, इसीलिए रानीगंज शहर को मिनी राजस्थान भी कहा जाता है. इस तरह के मंदिर के स्थापना का सपना स्वर्गीय समाजसेवी राजेंद्र प्रसाद लोहिया ने देखी थी,जिसे आज पूरा किया जा रहा है. इस मंदिर के निर्माण में 60 लाख का खर्च बताया जा रहा है, और उम्मीद की जा रही है कि 2 साल के अंदर ही यह मंदिर बनकर भक्तों के लिए तैयार हो जाएगी. भूमि पूजन में मुख्य यजमान के रूप में पवन बजाज,आसनसोल के सुनील मुकीम एवं रानीगंज के चार्टर्ड एकॉउंटेंट जितेंद्र लोहिया थे.जबकि इस मौके पर समाजसेवी दीनानाथ लोहिया, पवन बगड़िया, सुरेश बगड़िया, दिनेश दारुका,महेश खेरिया ,शैलेश खेतान, विवेक बगड़िया, राजेश खेडिया, गोपाल खेड़िया सुभाष खेड़िया आदि उपस्थित थे.इस अवसर पर श्री शक्तिधाम चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक ट्रस्टी दिनेश दारूका ने बताया कि श्री जीण माता जी,श्री शाकम्भरी माता जी एवं श्री पाली सती दादी जी के मंदिर निर्माण हेतु बीते तीन वर्ष पूर्व श्री शक्तिधाम चैरिटबल ट्रस्ट के गठन किया था,इन त्रिशक्ति देवियों के भक्तों में से 24 लोगो को लेकर संस्थापक ट्रस्टी बनी है, वैसे तो इस मंदिर निर्माण का कार्य काफी पूर्व में ही होना था,पर कोरोना के कारण दो वर्ष विलम्ब हुई है,पर अब पूर्ण विश्वास है कि आने वाले दो वर्षों में यह भब्य मंदिर निर्माण हो जायेगी.उन्होंने बताया कि श्री जीण माता राजस्थानी समाज के दारूका,मुकीम,खैतान,सिंघानिया, सोनी आदि की कुल देवी है,देवी का मूल मंदिर राजस्थान के सीकर जिले के गोरिया पहाड़ पर अवस्थित है,श्री जीण माता जी मां दुर्गा का ही एक स्वरूप है.
वहीं माता शाकम्भरी देवी खेरिया,बजाज,गुप्ता,जोशी आदि की कुल देवी जानी जाती हैं,इनका मंदिर भी राजस्थान के सीकर जिला में अवस्तिथ है,जबकि श्री पाली सती दादी का मुख्य मंदिर राजस्थान के झुंझुनू जिला के नुवां वाली ग्राम में स्थापित है,इसलिए इन्हें श्री नुवां वाली दादी भी कही जाती है,यह लोहिया,बगड़िया,खैतान आदि की कुल देवी है.श्री दारूका ने कहा कि यह बड़ा सौभाग्य की बात होगी है कि त्रिशक्ति का रूप एक ही मण्डप में लोगो को दर्शन का लाभ होंगे.









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