धनबाद-झारखंड के धनबाद स्थित केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान के परिसर में एक राष्ट्रीय औद्योगिक परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें उद्योगों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श एवं परिचर्चा की गई. परिचर्चा का औपचारिक उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल श्री रमेश बैन्स जी ने किया. केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान के निदेशक श्री प्रदीप कुमार सिंह ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा की यह संस्थान पिछले कई दशकों से देश के औद्योगिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता चला आ रहा है, एवं आने वाले समय में भी अपने अनुसंधान एवं उद्योगों को तकनीकी हस्तांतरण के द्वारा एक बहुत ही महती काम हो रहा है . उन्होंने उपस्थित उद्यमियों से अपने विचार रखने एवं विभिन्न विषयों पर चर्चा करने को कहा . संस्थान के निदेशक श्री प्रदीप कुमार सिंह ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में उद्यमी संस्थान के साथ मिलकर औद्योगिक वित्त विकास की एक नई इबारत लिखेंगे एवं देश के औद्योगिक विकास में संस्थान की एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी. सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नीति आयोग के सदस्य श्री विजय सारस्वत ने उद्यमियों के साथ विस्तार से अपनी बातें रखी एवं उम्मीद जताई की जल्द ही बहुत सारे उद्योग एवं व्यवसाय से संबंधित मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए देश में एक नए औद्योगिक विकास का वातावरण तैयार होगा. उन्होंने कोयले एवं कोयले से संबंधित ईंधन विषय के अलावा देश की ऊर्जा सुरक्षा एवं उसके विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से बताया एवं सरकार के द्वारा उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों की जानकारी उपस्थित लोगों के साथ साझा की. श्री सारस्वत ने संस्थान के निदेशक श्री प्रदीप कुमार सिंह जी के नेतृत्व में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यो के लिए उनकी काफी सराहना की. साल्ट्स लिमिटेड एवं सांभर साल्ट्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कमोडोर कमलेश कुमार ने भी उपस्थित उद्यमियों के साथ अपने संस्थान की कार्यप्रणाली एवं देश में उपलब्ध प्राकृतिक नमक एवं व्यवसायिक रूप से बनाए जा रहे नमक के विभिन्न आयामों के बारे में चर्चा की एवं महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि आने वाले समय में वह उनके संस्थान द्वारा दिए जा रहे कुछ व्यवसायिक उपक्रमों में निवेश कर सकते हैं . सत्र को अन्य कई अतिथियों जैसे कि हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड एवं कोल इंडिया के अधिकारियों ने भी संबोधित किया एवं महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. रोटर ग्रुप, एमएन दस्तूर ग्रुप, दसॉ ग्रुप के अलावा अन्य कई राष्ट्रीय स्तर के उद्यमियों ने भी अपना अपना प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया .मौके पर उपस्थित फ्लाई एस ब्रिक्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने विभिन्न पावर प्लांट द्वारा फ्लाई एश के उठाव में लगने वाले मुल्य के बारे में अपना वक्तव्य रखा जिसे श्री सारस्वत ने बताया कि आने वाले समय में सभी फ्लाई एश ब्रिक्स के कारखानों को फ्लाई एश निशुल्क ना मिल कर इसका कुछ मूल्य उनको देना ही होगा एवं इस पर काफी विचार मंथन चल रहा है. वहीं झारखंड रिफेक्ट्रीज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के श्री बजरंग जालान ने रिफ्रैक्ट्री कारखानों द्वारा कच्चे माल के रूप में व्यवहार किए जा रहे कोयले के ओवरबर्डन को एक व्यवहारिक रूप में कोल इंडिया द्वारा विक्रय किए जाने की उपलब्धता की मांग की जिसे श्री सारस्वत ने स्वीकार कर लिया और कहा कि जल्दी वह कोयले के ओवरबर्डन को जो कि रिफेक्ट्री कारखानों का एक प्रमुख कच्चा माल है, के कोल इंडिया द्वारा सही रूप में विक्रय किए जाने की व्यवस्था करेंगे.मौके पर उपस्थित इंडियन काउंसिल ऑफ स्माल इंडस्ट्रीज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संदीप भालोटिया ने बताया कि श्री विजय सारस्वत जी ने आश्वासन दिया है कि आने वाले समय में औद्योगिक विकास या व्यवसायिक विकास से संबंधित किसी भी मुद्दे को अगर हम लोग रखते हैं तो उसे वह प्राथमिकता में लेकर उसे सुलझाने की चेष्टा करेंगे ताकि क्षेत्र का व्यवसायिक एवं औद्योगिक विकास क्रमिक एवं तेजी से हो सके .









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