दुर्गापुर के बेनाचिटी इलाके की घटना
जागरूकता के अभाव पर लोग हो रहे हैं ठगी का शिकार : एसीपी
दुर्गापुर: दुर्गापुर थाना क्षेत्र के बेनाचिटी घोष मार्केट के एक व्यवसाई से खुद को निजी कंपनी का एजेंट बताकर लोन दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है. घटने की सूचना दुर्गापुर थाना को दी गई है .उल्लेखनीय है कि बेनाचिटी के घोष मार्केट इलाके में श्रवन कुमार चौधरी का कपड़े का दुकान है. बीते बुधवार की शाम व्यवसाई के मोबाइल पर एक युवक फोन कर खुद को नामी कंपनी का एजेंट बताकर कैश क्रेडिट अकाउंट (सीसी) लोन दिलाने की इच्छा जताई. एजेंट के झांसे में आकर व्यवसाई ने सहमति व्यक्त कर दी .अगले दिन गुरुवार व्यवसाई के दुकान पर मोटरसाइकिल से राजेश कुमार सिंह एवं अमित सिंह नामक दो युवक पहुंच गए, एवं कंपनी का लोन एजेंट का परिचय दिया. इस दौरान व्यवसाई ने उनसे 20 लाख लोन दिलाने की इच्छा जताई. जिसे सुन एजेंटों ने 3 दिन के भीतर लोन मिल जाने का आश्वासन दिया. श्रवन चौधरी ने बताया कि दोनों ने दस्तावेज के तौर पर करंट बैंक अकाउंट का स्टेटमेंट, तीन वर्ष का आईटी रिटर्न का अपडेट कॉपी, ट्रेड लाइसेंस की कॉपी के साथ दो चेक मुझसे मांगे . सभी जरूरी दस्तावेज देने के बाद युवकों ने अपने जेब से एक पेन निकाल कर एक चेक पर कैंसिल लिखा एवं दूसरे चेक पर लोन प्रोसेसिंग फीस के तौर पर मात्र ₹147 का उल्लेख किया. एवं इसके भुगतान करने , एवम दोनों चेक पर हस्ताक्षर करने को कहा. उनकी बातों में आकर मैंने दोनों ही चेक पर अपना हस्ताक्षर कर दिया. उसके बाद उन्होंने 3 दिन के भीतर लोन पास होने का आश्वासन देकर चले गए. दो दिन बाद यानी शनिवार मेरे फोन पर 2 मैसेज आया, जिसमें मेरे अकाउंट से दो बार में 3 लाख 48 हजार रुपया निकासी होने का मैसेज आया. जिसे देख मैं चौक गया, मैं सीधे बैंक जाकर पूछताछ की, तो पता चला कि शनिवार दो युवक मेरे द्वारा दिए गए दोनों चेक के जरिए तीन लाख 48 हजार की निकासी कर फरार हो गए है.उसके बाद यूवको द्वारा दिए गए फोन नंबर पर संपर्क करने पर उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताया , एवं उनके द्वारा दिए गए लोन कंपनी के सिटी सेंटर कार्यालय में फोन करने पर कंपनी के अधिकारियों ने ऐसे कोई युवक कंपनी में ना होने की बात कही. बैंक मैनेजर से पूछताछ करने पर मेनेजर ने रुपया निकासी के दौरान उपयोग किए गए चेक एवं दोनों युवकों का आधार कार्ड एवम बैंक के सीसीटीवी को मुहैया कराई. रुपया निकासी के दौरान यूवको ने बड़े ही चालाकी से कैंसिल चेक पर लिखा कैंसिल अक्षर को बड़े ही सफाई के साथ मिटाया था, एवं दूसरे चेक में 147 भी मिटा कर दोनों ही चेक पर अलग-अलग नाम लिखा एवं एक चेक पर एक लाख 86 हजार एवं दूसरे चेक पर एक लाख 48 हजार राशि लिखकर उसकी निकासी कर ली. वही यूवको द्वारा निकासी के दौरान चेक के साथ जमा किया गया आधार कार्ड भी फर्जी निकला. इसके अलावा उक्त युवकों द्वारा में दुकान में लगे सीसीटीवी में उनका चित्र संग्रह की गई है. सीसी टीवी से संग्रहित दोनों ही वीडियो पुलिस को दिखाई गई है, एवं पुलिस को इस मामले में सहयोग करने का आवेदन किया गया है. इस बारे में आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के दुर्गापुर ईस्ट ध्रुव ज्योति मुखर्जी ने कहा कि प्रशासन द्वारा ठगबाज गिरोह से बचने के लिए विभिन्न तरीके से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की जाती है , लेकिन फिर भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. इस मामले में बैंक की भूमिका भी संदेह के घेरे में है , इतनी बड़ी राशि का भुगतान करने के पहले बैंक प्रबंधन को अपने उपभोक्ता से मैसेज के जरिए कंफर्मेशन लेनी चाहिए थी , फिलहाल घटना की सूचना मिली है. मामले की जांच की जाएगी.









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