रानीगंज-लगभग 2 वर्षो के कोरोना काल के बाद आगामी 16 नवंबर से राज्य सरकार के आदेश के बाद सभी स्कूल कॉलेज खोले जा रहे हैं, जिसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है.क्लास नौवीं ,दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं सहित ग्रेजुएशन के लिए कॉलेज भी खोल दिए जाएंगे. रानीगंज का सरकारी हाई स्कूल मारवाड़ी सनातन विद्यालय और प्राइवेट स्कूल डीएवी,रानीगंज सहित अन्य हाई स्कूलों इसकी में तैयारी देखी गयी. मारवाड़ी सनातन विद्यालय के प्रधानाचार्य दीपक कुमार सिंह ने कहा कि स्कूल परिसर में घास बड़े बड़े हो गए थे जिसकी कटाई कर दी गई है. क्लास रूम की भी सफाई पूरी हो चुकी है शनिवार को एक बार स्कूल स्तर से सैनेटाइज पुनः सोमवार को पूरे स्कूल में सैनेटाइज कराया जाएगा ताकि महामारी से बचा जा सके. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डेढ़ साल के बाद बच्चे स्कूल आएंगे इसलिए हमारे स्कूल की तरफ से उनका वेलकम किया जाएगा.उन्हें एक गुलाब की फूल तथा एक केक प्रदान की जाएगी. हालांकि उन्होंने आनलाइन क्लासेस पर कहा कि जब ऑफलाइन क्लास शुरु कर दिए गए हैं तो फिर ऑनलाइन क्लास करवाने की जरूरत नहीं है, उन्होंने ऑनलाइन क्लासेज के प्रभाव का भी जिक्र करते हुए कहा कि आप सभी जानते हैं कि ऑफलाइन क्लासेस का प्रभाव बच्चों पर ज्यादा पड़ता है और ऑनलाइन क्लासेस का क्या हाल हुआ यह किसी से छिपा नहीं है.हिंदी विद्यालय के काफी छात्रों के अभिभावक के पास मोबाइल भी उपलब्ध नहीं है.उप प्रधानाध्यापक अनिल मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक क्लास में 15 बेंच हैं,प्रत्येक बेंच में दो छात्र बैठेंगे.फिलहाल दो- चार दिन क्लास नवम,दशम, एकादश तथा द्वादश श्रेणी के सभी छात्रों को बुलाया गया है ,अगर छात्रों की संख्या अधिक होगी तो एक दिन छोड़ -छोड़ आधे- आधे छात्रों को बुलाया जाएगा.
वहीं रानीगंज डीएवी स्कूल में भी सारी तैयारी पूरी कर ली गई है.विद्यालय के भार प्राप्त शिक्षक प्रताप कुमार आदित्य ने बताया किनक्लास रूम सेनेटाइज करने के साथ ही सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के अलावा सभी गाइडलाइन यहां फॉलो किए जाएंगे. स्कूल प्रबंधन की तरफ से यह भी कहा गया कि हम लोग सिर्फ अभिभावक से निवेदन कर सकते हैं कि वे लोग बिना डरे अपने बच्चे को स्कूल भेजें ताकि उनकी पढ़ाई सही ढंग से चल सके. हम लोग किसी को भी बलपूर्वक स्कूल आने का आदेश नहीं दे रहे हैं.डीएवी की तरफ से ऑफलाइन क्लासेस के साथ ही ऑनलाइन क्लासेस की भी व्यवस्था की गई है ताकि जो बच्चे स्कूल ना ना चाहे वह अपने घर में बैठकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सके.प्रत्येक क्लास में 12 छात्र विद्याध्ययन करेंगे.स्कूल के दोनों गेट पर सेनीटाइजर टनल के साथ चार सैनी टाइज मशीन लगाए गये हैं.वहीं एक आइसोलेशन कमरा भी बनाया गया है.छात्रों का स्वागत विद्यालय में की जाएगी. दूसरी और कई अभिभावकों ने बताया कि छात्रों के पढ़ाई के लिए ऑफ लाइन क्लास जरूरी है,पर सरकार द्वारा उनके बच्चों को भी वैक्सीन लग जाते तो काफी अच्छा होता,मन में उनके स्वास्थ्य के लिए चिंता तो रहेगी ही.









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