जामुडिया-जामुडिया के दामोदरपुर स्थित माकपा कार्यालय में माकपा नेता तापस कवि के द्वारा संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया. आने वाले नगर निगम चुनाव को लेकर आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में तापस कवि ने कहा कि जिस तरह से 2015 साल में आसनसोल नगर निगम के चुनाव में टीएमसी ने छप्पा वोट, मारपीट, लोगों को डरा धमका कर और पुलिस की मदद से चुनाव जीता था वह इस बार के चुनाव में इतना आसान नहीं होगा. जनता भी इस बार मुंहतोड़ जवाब देगी, हालांकि चुनाव में बहुत कम समय बच गया है. इसीलिए सत्ता दल के कार्यकर्ता समर्थक अभी से ही माकपा कार्यकर्ता पोलिंग बूथ एजेंट को डराने का,धमकाने का काम कर रहे हैं ,ताकि यह लोग सही से अपना काम ना कर पाए, पर इस बार किसी भी हालत में माकपा कार्यकर्ता पीछे नहीं हटेंगे. प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि.माकपा की तरफ से पुलिस प्रशासन से अनुरोध की गई है की चुनाव के दिन कई ऐसे जगह हैं ,जहां नाकाबंदी की जरूरत है. क्योंकि इन जगहों से बाहरी लोगों को लाकर गुंडागर्दी की जाती है, वोटों की लूट की जाती है. अजय नदी के उस पार बीरभूम जहां से पिछले नगर निगम चुनाव में बाहरी लोगों को गुंडागर्दी के लिए लाया गया था इस बार उसे सील किया जाए. चुरुलिया घाट, दरबाडांगा घाट को सील करने की मांग पुलिस प्रशासन से की गई है. इसके साथ ही कहा गया है कि पंचायत क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को चुनाव के दौरान शहरी क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति ना दी जाए. चुनाव के दौरान किसी भी नेताओं चाहे वह किसी भी पार्टी के क्यों ना हो उन्हें मतदान केंद्र के बाहर घूमने की इजाजत ना दी जाए. मतदान केंद्र के कुछ दूर पर नाका चेकिंग की व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को पहले से ही रोका जाए. माकपा नेता तापस कवि ने कहा कि जिस तरह से कोलकाता नगर निगम का चुनाव संपन्न हुआ है उससे पुलिस प्रशासन से यह उम्मीद करना बेकार है किस चुनाव में वह शांतिपूर्ण मतदान कराने की व्यवस्था लेगी. कोलकाता नगर निगम चुनाव के पहले भी पुलिस प्रशासन पर विरोधी दलों द्वारा काफी दबाव डाला गया था लेकिन इसके बावजूद भी स्थिति वही रही. चुनाव के समय काफी लोग जान जोखिम डालने के डर से अपना मतदान नहीं करते हैं, लोकतंत्र राज्य में धीरे धीरे खत्म होता जा रहा है और जब तक यह सरकार गद्दी से नहीं हटेगी तब तक राज्य में जनता आराम से नहीं रह पाएगी.









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