जामुड़िया-ईसीएल के केंदा एरिया अन्तर्गत वेस्ट केंदा के परित्यक्त ओसीपी पास आग निकलने वाले स्थान से छाई भराई का कार्य कराने के दौरान सिनियर ओवरमैन अजय कुमार मुखर्जी (55) भूगर्भ के अंदर चले गये थे. घटना के 24 घंटा भी बीतने के बावजूद भी अभी तक उन्हें बाहर नहीं निकाला गया . शुक्रवार पोकलेन 200 लगाकर उन्हें निकालने का काम चल रहा था, इसके बाद शनिवार पोकलेन 380 लगाकर ततपश्चात सन्ध्या 5 बजे काम में तेजी लाने के लिए पोकलेन 1000 लगाई गयी है . हालांकि अजय कुमार मुखर्जी के परिवार वालों का कहना है कि काम में ढिलाई बरती जा रही है, अगर और मशीन लगाया जाता तो अजय मुखर्जी को अब तक निकाल लिया जाता. वहीं ईसीएल के सेफ्टी मैनेजर विनय सिंह घटना स्थल पर पहुंच कर कहा कि परिजन की तरफ से लगाए गए आरोप सरासर गलत है ,क्योंकि एक घटना तो हो चुकी है और हम नहीं चाहते हैं की दूसरी घटना भी कुछ ऐसी हो, और किसी और की भी जान पर आफत आ जाए, क्योंकि जिस जगह पर खुदाई का काम चल रहा है. वह जगह अंदर से खोखली है. हमें हर तरफ से सुरक्षा लेकर अपने काम करने वाले कर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही सीनियर ओवरमैन अजय कुमार मुखर्जी को बाहर निकालना है.इधर ईसीएल प्रबन्धन ने अजय कुमार मुखर्जी की 25 वर्षीय पुत्री शर्णाली मुखर्जी को इंटरिम(अंतिम आदेश होने की पूर्व)के आधार पर नोकरी दे दी गयी ,यह जानकारी केंदा एरिया के महाप्रबंधक जे एन बिस्वाल ने दिया.उन्होंने बताया कि उनके बकाया राशि एवं छतिपूरण 7 दिनों के भीतर दे दी जाएगी.









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