रानीगंज-रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के सभागार में रानीगंज थाना के पुलिस अधिकारियों के साथ एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें रानीगंज शहर में दिन पर दिन बढ़ रहे अपराधिक घटनाओं को कम कैसे किया जाए इस पर चर्चा की गयी. सभागार में पुलिस अधिकारी देवदास सुबोकर ने कहा कि चोरी, छिनताई, डकैती आज से नहीं बल्कि कई युग पहले से ही चली आ रही है, हालांकि हर समय इस पर अंकुश लगाने की कोशिश की जाती है, लेकिन चोर दो कदम आगे बढ़ कर चोरी की घटना को फिर अंजाम देते नजर आते हैं. उन्होंने माना है कि रानीगंज शहर में पिछले कुछ दिनों में कई अपराधिक घटनाएं हुई हैं, जिससे लोगों के जेहन में डर समा गया है.हालांकि उन्होंने कहा कि अपराधिक घटनाओं पर लगाम तभी लगाया जा सकता है, जब सभी लोग खुद भी चौकन्ने रहे, पर उन्होंने इस बात से भी इनकार नहीं किया की पुलिस की कुछ कमजोरी की वजह से अपराधिक घटनाएं हो रहे हैं। रानीगंज की कुछ अपराधिक घटनाओं को हल करने में पुलिस ने सफलता प्राप्त की है. वहीं कुछ खुफिया सूत्र की कमी की वजह से अभी तक हल नहीं किया जा सका है. पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और घरों में ज्यादा से ज्यादा लोग सीसीटीवी कैमरे का इस्तेमाल करें तो उम्मीद की जा रही है कि कुछ हद तक अपराध कम हो सकते हैं.उन्होंने थाना के नंबर को भी सार्वजनिक करने पर जोर दिया है, इसके साथ ही उन्होंने जामताड़ा का उदाहरण देते हुए कहा कि जामताड़ा पूरे देश में साइबर क्राइम के लिए विख्यात है. जामताड़ा के आस पास 56 गांव है, जहां से साइबर अपराधी अपने मोबाइल की मदद से लोगों के बैंक से पैसे उड़ाते हैं. संगोष्ठी में कहा गया कि लोग अपने मोबाइल में किसी भी प्रकार का ओटीपी आने पर उसे साझा ना करें क्योंकि यही से अपराधी साइबर क्राइम को अंजाम देते हैं. रानीगंज थाना के पुलिस अधिकारी ने कहा कि रानीगंज क्षेत्र में खासकर प्रमोटर और उद्योग धंधा में काम करने वाले कामगारों के साथ ही अपराधी आ रहे हैं और अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. आर पी खेतान ने कहा कि रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स हर वक्त प्रशासन के साथ मिलकर काम करती है, पुलिस को भी सख्त रवैया छोड़कर सभी के साथ मिलकर काम करना होगा. कार्यक्रम में चेंबर के अध्यक्ष प्रदीप बाजोरिया, सचिव अरुण भरतिया, कार्यकारी अध्यक्ष रोहित खेतान, ऑर्गेनाइजिंग सचिव मनोज केसरी, रानीगंज थाना के क्राइम विभाग अधिकारी सुदीप्तो विश्वास, सुशांतो दत्ता आदि उपस्थित थे.









0 टिप्पणियाँ