पूर्व बर्दवान (पीबी टीवी): राज्यभर में SIR (संभवतः सिटिजन आइडेंटिफिकेशन/पंजीकरण) लागू होने की खबरों के बीच, लगातार सामने आ रही मौतों की श्रृंखला में एक और दुखद घटना जुड़ गई है। पूर्व बर्दवान जिले के जमालपुर से एक प्रवासी मजदूर की SIR के डर और तनाव के कारण मौत होने की खबर मिली है, जिससे इलाके में गहरे शोक की लहर दौड़ गई है।
तनाव और चिंता ने ली जान
मृतक की पहचान जमालपुर थाना क्षेत्र की आजहापुर ग्राम पंचायत के नवग्राम निवासी बिमल सांत्रा के रूप में हुई है। बिमल सांत्रा काम के सिलसिले में तमिलनाडु के तंजावुर जिले के ओरातांडु पाटुकुट्टा इलाके में धान रोपाई का कार्य करने गए थे।
परिवार के अनुसार, काम बंद होने के कारण बिमल घर लौटने की योजना बना रहे थे। इसी दौरान, उन्हें बंगाल में SIR लागू होने की खबर मिली। इस खबर ने उन्हें अत्यधिक चिंतित कर दिया। उनके मन में दस्तावेजों की वैधता, घर वापसी की प्रक्रिया और बिगड़ती आर्थिक स्थिति को लेकर गहरे सवाल और तनाव उत्पन्न हो गया। इसी गहरे तनाव और चिंता के चलते उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
स्थानीय लोगों ने उन्हें तत्काल तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
विधायक की मदद से पहुँचा शव
बिमल सांत्रा की मौत की खबर मिलते ही उनके पैतृक घर नवग्राम में दुख का पहाड़ टूट पड़ा।
परिजनों ने तुरंत स्थानीय प्रशासन और जमालपुर के विधायक अलक कुमार माजी से संपर्क किया। विधायक और जिला प्रशासन की मदद से, शनिवार शाम को बिमल सांत्रा का शव उनके पैतृक गाँव लाया गया। शव पहुँचते ही गाँव में हजारों लोग रो पड़े, और पूरा माहौल गमगीन हो गया।
राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
यह खबर सामने आने के बाद राज्य के मंत्री स्वपन देबनाथ, पूर्व बर्दवान तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रवींद्रनाथ चट्टोपाध्याय, स्थानीय विधायक अलक कुमार माजी और ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष मेहमूद ख़ान मृतक के घर पहुँचे।
तृणमूल नेताओं ने इस मौत के लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार और SIR को जिम्मेदार ठहराया:
रवींद्रनाथ चट्टोपाध्याय ने आरोप लगाया कि "इस तरह की मौतों के लिए चुनाव आयोग और बीजेपी सरकार ज़िम्मेदार हैं। इस मौत के पीछे SIR ही असली कारण है।"
राज्य मंत्री स्वपन देबनाथ ने कहा, "सरकार का कर्तव्य है नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, लेकिन केंद्र सरकार लोगों को मौत की ओर धकेल रही है।"
मंत्री और जिला अध्यक्ष ने यह भी कहा कि "यह खबर मिलते ही अभिषेक बनर्जी ने हमें परिवार के साथ खड़े रहने का निर्देश दिया। हम उनके साथ हैं और
आगे भी रहेंगे।"











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