मालदा, पश्चिम बंगाल: राज्य में एक बार फिर सिविक वॉलंटियर (Civic Volunteer) की मनमानी और अवैध वसूली का शर्मनाक मामला सामने आया है। मालदा ज़िले में एक सिविक वॉलंटियर पर टोटो (E-rickshaw) चालक से ₹1000 की अवैध वसूली की कोशिश करने और विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है। इस हमले में टोटो चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
घायल चालक अस्पताल में भर्ती
पीड़ित टोटो चालक की पहचान संजय साहा (वैष्णवनगर थाना क्षेत्र के सब्दलपुर गांव निवासी) के रूप में हुई है। वह इस समय गंभीर हालत में मालदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। हमले में उनका दायां पैर टूट गया है, जबकि उनके बाएं पैर और हाथ में भी गंभीर चोटें आई हैं।
अवैध वसूली का आरोप
संजय साहा ने आरोप लगाया है कि जब वह दुबरी मोड़ से गोलाबगंज स्टैंड तक सवारी छोड़कर लौट रहे थे और रास्ते में एक दुकान से सामान लेकर घर जा रहे थे, तभी गोलाबगंज स्टैंड से लगभग 50 मीटर की दूरी पर एक सिविक वॉलंटियर ने उनकी टोटो रोक दी।
आरोपों के अनुसार, सिविक वॉलंटियर ने पहले उनकी टोटो की चाबी छीन ली और फिर ₹1000 की अवैध मांग की। जब संजय ने पैसे देने से साफ इनकार कर दिया, तो वॉलंटियर ने उन्हें लाठी से बेरहमी से पीटा, जिससे वह ज़मीन पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
इस क्रूर घटना के बाद, पीड़ित परिवार ने तुरंत कालियाचक थाने में आरोपी सिविक वॉलंटियर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, परिवार का आरोप है कि शिकायत दर्ज होने के बावजूद पुलिस अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई
इस बीच, पुलिस प्रशासन का कहना है कि उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है और आवश्यकता पड़ने पर घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी। वहीं, आरोपी सिविक वॉलंटियर की ओर से इस पूरे मामले पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। यह घटना एक बार फिर राज्य में कुछ सिविक वॉलंटियर्स की शक्ति के दुरुपयोग और आम नागरिकों के प्रति उनके दबंग रवैये पर गंभीर सवाल खड़े करती है।









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