बांकुडा-बांकुड़ा ज़िले के सिमलापाल में आयोजित विजया सम्मेलन के मंच से तृणमूल कांग्रेस के सांसद अरूप चक्रवर्ती ने कार्यकर्ताओं को विवादास्पद निर्देश दिया। उन्होंने कहा “जब BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) गांव में जाएं, तो आप भी उनके साथ जाएं। अगर कोई व्यक्ति अनुपस्थित हो, तो उसका फॉर्म लेकर भरें और जमा कर दें। हर मोहल्ले में नागरिक समिति बनाकर नाम हटाने के खिलाफ संगठित आंदोलन करें।”
अरूप चक्रवर्ती का यह बयान एसआईआर (SIR) को लेकर चल रही राजनीतिक गर्मी के बीच आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग राज्यभर में एक करोड़ लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाने की साज़िश कर रहा है। इसे रोकने के लिए तृणमूल कार्यकर्ताओं को सक्रिय होकर “संघबद्ध आंदोलन” करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि जब BLO गांवों में जाएं, तो तृणमूल के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को उनके साथ जाना चाहिए, ताकि किसी का नाम सूची से न हटे। अगर कोई व्यक्ति मौजूद न हो, तो उसका फॉर्म पार्टी कार्यकर्ता खुद भरकर BLO को देना चाहिए।
सांसद के इस बयान पर BJP ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पूर्व केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने कहा —
“BLO चुनाव आयोग के अधिकारी होते हैं, तृणमूल के कार्यकर्ता उनके साथ जाकर क्या ‘मस्तानी’ (दबंगई) करेंगे? अगर कोई BLO के साथ दबाव बनाने या धमकाने की कोशिश करेगा, तो केंद्रीय बलों की लाठी और गोलियां मिल सकती हैं।”
एसआईआर और BLO नियुक्ति को लेकर पहले से ही राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। ऐसे में सांसद के इस बयान ने विवाद को और बढ़ा दिया है।









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