रानीगंज-रानीगंज में सांप्रदायिक सौहार्द की एक अनूठी मिसाल देखने को मिली, जब गुरुवार को सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल आचार्य ने रमजान के पवित्र महीने में जरूरतमंद अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग 150 परिवारों को राशन सामग्री वितरित की. रानीगंज की धरोहर कहे जाने वाले पीर बाबा के मजार, गौसे-ए-बंगाल में आयोजित इस कार्यक्रम में जाति, धर्म या रंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया गया.
गोपाल आचार्य, जो नेताजी स्वदेश भवन और कई अन्य सामाजिक संगठनों से जुड़े हैं, ने बिना किसी राजनीतिक संबद्धता या स्वार्थ के यह पहल की. उन्होंने रमजान के इस पाक महीने में गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करने का बीड़ा उठाया, ताकि वे भी त्योहार का आनंद ले सकें.
कोरोना काल में भी की थी मदद
यह पहली बार नहीं है जब गोपाल आचार्य ने जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए हैं. कोरोना काल के दौरान भी उन्होंने असहाय लोगों की मदद की थी और समाज में एक मिसाल कायम की थी. उन्होंने सुभाष स्वदेश भावना के माध्यम से नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का भी काम किया है. इसके अलावा, उन्होंने कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके समाज में सांस्कृतिक प्रथाओं को बढ़ावा दिया है.
राशन सामग्री का वितरण
इस बार, गोपाल आचार्य ने रमजान के दौरान गरीब और जरूरतमंद लोगों को आटा, चावल, दालें, खाद्य तेल, सूजी, चीनी और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित कीं.उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य सभी धर्मों के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है. इसलिए, उन्होंने जाति या धर्म की परवाह किए बिना सभी की मदद करने की पहल की.
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता लालु खान तथा अन्य युवाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे पूरा कार्यक्रम जीवंत हो उठा. स्थानीय लोगों ने गोपाल आचार्य के इस प्रयास की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया.
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