रानीगंज-रानीगंज के टीडीबी कॉलेज में संथाली भाषा में स्नातक स्तर की पढ़ाई शुरू करने की मांग को लेकर दिशम आदिवासी गांवता की तरफ से फाइट फॉर मदर टांग के बैनर तले पिछले 24 दिनों से लगातार अनशन चलाया जा रहा था. सोमवार को इस अनशन को समाप्त कर दिया गया. अनशन करने वाले लोगों को आदिवासी समाज के माझी बाबा दुलाल टुडू,दिशम आदिवासी गांवता के राज्य सभापति लोबान हांसदा,सचिव रोबिन सोरेन एवं फाइट फ़ॉर मदर टँग के राज्य सचिव सुकू हांसदा ने उन्हें जूस पिला कर अनशन समाप्त कराया. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार के सरकारी पोर्टल पर इस खबर की पुष्टि की गई है कि इसी शिक्षा वर्ष से रानीगंज के टीडीबी कॉलेज में संथाली भाषा में स्नातक स्तर की पढ़ाई शुरू हो जाएगी .इस खबर के आने के बाद प्रदर्शन और अनशन कर रहे आदिवासी समाज के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई.इस बारे में संगठन के प्रदेश पर्यवेक्षक भुवन मंडी ने कहा कि आज आदिवासी समाज को उनका मौलिक अधिकार प्राप्त हुआ एक तरफ आदिवासी समाज के लोगों को जैसे इसकी खुशी है ठीक उसी तरह आजादी के इतने सालों बाद भी आदिवासियों को अपना मौलिक अधिकार प्राप्त करने के लिए 24 दिनों तक अनशन करना पड़ा,हालांकि इस बात का अफसोस भी है की हमलोगों के अनशन समाप्त कराने के लिए न तो राज्य सरकार के कोई स्थानीय नेता या कॉलेज प्रबन्धन का ही कोई सदस्य पहुंचा. उन्होंने कहा कि अनशन करके उन्हें अपना मौलिक अधिकार प्राप्त हुआ. अब आदिवासी समाज के लोग अपने मातृभाषा में स्नातक स्तर की पढ़ाई कर पाएंगे .इससे और खुशी की बात और कुछ नहीं हो सकती थी. उन्हें लगा था कि इस शिक्षा वर्ष में उनकी यह मांग पूरी नहीं हो पाएगी लेकिन जिस तरह से उनके अनशन के साथ सिर्फ आदिवासी समाज के लोग नहीं बल्कि गैर आदिवासी समाज के लोग भी जुड़े हैं उससे ज्यादा खुशी की बात और कुछ नहीं हो सकती. यह इस बात को दर्शाता है कि जब मांग जायज हो तो वह सभी के दिलों तक पहुंचती है. उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शिक्षा मंत्री ब्रात्य बोस को धन्यवाद दिया, जिन्होंने आदिवासियों के इस मांग को इतनी जल्दी पूरा किया. इसके साथ ही उन्होंने राज्य के मंत्री मलय घटक और पश्चिम बर्दवान जिले के टीएमसी अध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनकी मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया इसके साथ ही उन्होंने पुलिस प्रशासन को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने अनशन मंच को सुरक्षा का प्रदान की .भुवन मंडी ने उन सभी लोगों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने इस अनशन को जारी रखने में विभिन्न प्रकार से मदद की है .उन्होंने कहा कि आदिवासी लोगों द्वारा जो यह प्रदर्शन किया गया यही वजह है कि आज आदिवासी समाज के बच्चों को अपना मौलिक अधिकार प्राप्त हुआ.इस अवसर पर सीमा मंडी,संजय हेम्ब्रम सह आदिवासी संगठन के तमाम लोग उपस्थित थे.











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