मंडल रेल प्रबंधक चेतनानंद सिंह ने दिया निर्देश
दुर्गापुर, जसीडीह ,देवघर ,मधुपुर और कई ऐसे स्टेशन चिन्हित की गई है
आसनसोल- भारतीय रेलवे ट्रेन में सफर करने वाली उन महिलाओं के लिए तोहफा लाया है,जो महिलाएं अपने बच्चो को स्तनपान करा रही है. स्तनपान बच्चे की सेहत के लिए बहुत जरूरी है. सार्वजनिक स्थानों पर ऐसी साफ, सुरक्षित जगहों को तलाश करते हैं, जहां महिलाएं शांतिपूर्वक अपने बच्चों को स्तनपान करवा सकें. मुझे उम्मीद है कि यह सुविधा सभी रेलवे स्टेशनों पर शुरू हो जाएगी जिनके बच्चे 3 साल या उससे कम के हैं.असल में महिलाओं को परेशानी से बचाने के लिए रेल मंत्रालय ने रेलवे स्टेशनों पर स्तनपान कराने के लिए वेटिंग रूम में ही अलग से एक कक्ष बनाने का निर्देश दिया है.इनमें महिलाओं की संख्या करीब 20 फीसदी होती है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार इन ब्रेस्ट फीडिंग रूम को प्रयोग के तौर पर बनाया जा रहा है , अगर अच्छा रिस्पांस रहा और महिलाओं को पसंद आए असनसोल मण्डल के प्रमुख स्टेशनों पर ही इसी तरह की व्यवस्था की जाएगी.इसके तहत बाहर से ही तस्वीर दिखेगी मां बच्चों को दूध पिला रही है , जिससे पता चलेगा कि ब्रेस्टफीडिंग करने का रूम यहां पर है आसनसोल रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक चेतनानंद सिंह पहल पर ब्रेस्ट फीडिंग की यह केबिन बनाने की तैयारी की जा रही है आसनसोल ,दुर्गापुर ,जसीडीह, मधुपुर कई ऐसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बनाने की योजना की जा रही है. इस केबिन में बच्चों के लिए मनोरंजन करने के लिए स्टीकर के जैसे खिलौने दिखेंगे जिस बच्चे देखकर आसानी से ब्रेस्ट फीडिंग कर सके .आसनसोल रेल मंडल की ओर से बहुत ही अच्छी पहल है. बहुत सारे ऐसे यात्री अपने मासूम बच्चों को लेकर स्टेशन में जब प्रवेश करते हैं तो बच्चे को जब दूध पिलाने की बात आती है तो महिला बच्चों को दूध पिलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिसके कारण बच्चे सही से दूध नहीं पी सकते इसी को लेकर रेलवे बोर्ड ने एक नई पहल शुरू की है कि प्रत्येक स्टेशनों पर ब्रेस्ट सेटिंग रूम होना अनिवार्य है










0 टिप्पणियाँ