रानीगंज-रानीगंज लायंस जेडीएम चनानी डीएवी पब्लिक स्कूल में 13 जून से 15 जून तक तीन दिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. डीएवी संस्थान पश्चिम बंगाल क्षेत्र के तत्वावधान में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था. पूरे पश्चिम बंगाल के विभिन्न डीएवी विद्यालयों इस तरह के कार्यशालाओं का आयोजन किया गया था रानीगंज डीएवी में भी इस तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया यहां प्रारंभिक शिक्षा जिसे नर्सरी शिक्षा के रूप में जाना जाता है .उस पर आलोचना हुई .बच्चों के जीवन के प्रारंभिक वर्षों में उनके स्वास्थ्य और पोषण संबंधी देखभाल तथा सीखने की शुरुआती अवसरों को उपलब्ध कराना नर्सरी शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है .इसी को लेकर पूरे पश्चिम बंगाल से प्रारंभिक स्तर के कुल 60 शिक्षक एवं शिक्षिकाएं तथा विभिन्न विषय के कुल चार प्रशिक्षक एकत्रित हुए थे .इस अवसर पर डीएवी पब्लिक स्कूल एसटीपीएस संथालडीही की प्राचार्य सुजाता पाठक भी उपस्थित थी. उन्होंने सभी शिक्षक तथा शिक्षिकाओं का उत्साहवर्धन किया. प्रारंभिक बचपन की शिक्षा के अंतर्गत दैनिक शिक्षण में प्रयोगात्मक शिक्षा को एकीकृत करना बच्चों के लिए स्कूलों में सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता को स्वीकार करना प्रोबलम सॉल्विंग स्किल्स जिसमें किसी समस्या का विश्लेषण करना समाधान तैयार करना कार्यान्वित करना और योजना की सफलता का आकलन करना शामिल है .कल एकीकरण की दृष्टिकोण से शिक्षक सीखने का माध्यम जीवंत कक्षा कार्यक्रम इत्यादि विषयों का प्रशिक्षण दिया गया. विभिन्न प्रकार की गतिविधियां जो बच्चों की शोरगुल और शांति से खेलने की जरूरत को पूरा करती है जैसे कागज पर कुछ लिखना ,उंगलियों से छापना, कठपुतली नृत्य करना, गाना ,चित्रकला आदि कुछ ऐसी गतिविधियां हैं जो नकारात्मक भावनाओं को दिशा प्रदान करती हैं .सभी प्रशिक्षित प्रतिभागी इन सभी का प्रयोग विद्यार्थियों को उच्चतर शिक्षा प्रदान करने में करेंगे. तीन दिवसीय कार्यशाला के प्रशिक्षकों में डीएवी मॉडल के एसटीपी से बीथी सामंता, डीएवी मॉडल स्कूल दुर्गापुर की दीपा विश्वास डीएवी मॉडल स्कूल शंकरपुर की रूंपा विश्वास डीएवी पब्लिक स्कूल एसटीपीएस संथाल की निवेदिता चक्रवर्ती और डीएवी मॉडल स्कूल दुर्गापुर से महादेव मजूमदार के मार्गदर्शन में यह कार्य संपन्न हुआ. डीएवी रानीगंज की प्राचार्य मंदिरा दे तथा डी ए वी संथालडीह के प्राचार्य सुजाता पाठक द्वारा सभी प्रतिभागी शिक्षकों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. मंदिरा दे ने कहा इस प्रकार के सफल कार्यशाला का आयोजन क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी संस्थान पश्चिम बंगाल क्षेत्र पपिया मुखर्जी के मार्गदर्शन में आगे भी होता रहेगा. इससे डीएवी विद्यालयों में शिक्षक का स्तर और आधुनिक तथा उच्चतर होता है. शिक्षक नई तकनीक तथा तकनीक से संपन्न बनते हैं.













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