जामुड़िया : आसनसोल लोकसभा क्षेत्र में भाजपा द्वारा कब्ज़ा की गई दीवारें अब तक खोज रहे है अपने उम्मीदवार . काफी सुर्खियों में है इस लिए की उन दीवारों को अब तक उनके प्रत्यासी का नाम नही मिल पाया है, जबकि चुनाव लड़ने के लिए प्रत्यासियों के नामांकन भरने की शुरुवात की तिथि 14 अप्रैल से निर्धारित की गई है,, यानि की मात्र नामांकन के कुल चार दिन ही बचे हैं, इन चार दिनों के बाद आसनसोल लोकसभा सीट से चुनावी मैदान मे खड़े तमाम उमीदवार अपना नामांकन भरने की शुरुआत करेंगे, नामांकन की प्रक्रिया कुल 11 दिनों तक चलेगी .ऐसे मे आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से खड़े तमाम प्रत्यासी अपनी -अपनी दलों के बैनर तले कहीं दीवार पर वाल पेंटिंग के जरिए आसनसोल की जनता से वोट मांगते दिख रहे हैं तो कहीं डोर टू डोर कैमपिंग के जरिए लोगों से अपनी पार्टी पर एक बार फिर विश्वास जताने की अपील करते नजर आ रहे हैं, इस बिच वह अपना संगठन मजबूत करने व संगठन के द्वारा अपना वोट बैंक दुरुस्त करने के लिए भी छोटे से लेकर बड़े स्तर तक का बैठक कर रहे हैं. चुनाव के लिए
तमाम दलों के द्वारा की जा रही इन तैयारियीं के बिच्छू भाजपा खेमे मे काफी सुस्ती देखी जा रही है, सुस्ती इस लिए की भाजपा अब- तक आसनसोल मे अपना उम्मीदवार नही उतार पाई है, यही कारण है की आसनसोल मे भाजपा द्वारा कब्जा की गई दीवारें अब -तक अपनी उम्मीदवार के नाम की राह तक रही है, कार्यकर्ता उदास और हताश हो चुके हैं, एक के बद एक कई नामों की भाजपा द्वारा घोषणा होने की अफवाहों ने उनको हैरान और परेशान कर दिया है, उनकी सुबह अपनी पार्टी द्वारा उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने की आश मे शुरू होती है और रात उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने की कई तरह के अफवाहों से ख़त्म, हम बताते चलें की भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपनी उमीदवारों की पहले लिस्ट मे आसनसोल लोकसभा सीट से भोजपुरिया सुपर स्टार पवन सिंह को आसनसोल लोकसभा सीट से अपना उमीदवार बनाया था, पर 24 घंटे के अंदर ही ना जाने ऐसा क्या हुआ की पवन सिंह ने अपने ट्वीट अकाउंट एक्स पर आसनसोल लोकसभा सीट से चुनाव नही लड़ने की घोषणा कर दी हालांकि उन्होने चुनाव नही लड़ने की उस वजह को नही बताया जिसके बाद से विरोधि दल के नेता पवन सिंह के साथ -साथ भाजपा को किसी ना किसी मुद्दे को लेकर जमकर अपने निशाने पर ले रहे हैं, यहाँ तक की ममता केबिनेट के मंत्री बाबुल सुप्रीयो ने पवन के गानों पर सवाल उठाते हुए उन्होने बंगाली अस्मिता को ठेस पहुँचाने जैसे कई तरह के आरोप लगा दिए जिसको लेकर ट्विटर पर अब भी पवन सिंह व बाबुल सुप्रियो के बीच वाक युद्ध चल रहा है, अब ऐसे मे देखना यह है की आसनसोल लोकसभा सीट से भाजपा द्वारा उम्मीदवार की घोषणा को लेकर चल रही अफवाहों का दौर कबतक ख़त्म होगा यह कहना मुश्किल है पर आसनसोल की जनता को यह धीरे-धीरे जरूर समझ मे आ रहा है की भाजपा इस बार आसनसोल लोकसभा सीट से जो उम्मीदवार उतारने जा रही है वह आसनसोल की जनता ही नही बल्कि आसनसोल के भाजपा ही नही बल्कि अन्य दल के नेताओं के लिए भी सोच से परे होगा जिसका इंतजार आसनसोल की जनता बेसब्री से कर रही है.










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