रानीगंज-सीटू से सम्बद्ध पेपर मिल श्रमिक यूनियन ने विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को कारखाना के गेट पर धरना दिया.
बल्लभपुर पेपर मिल के श्रमिकों ने श्रमिकों के बकाए का शीघ्र भुगतान करने, दुर्गा पूजा से पहले सम्मानजनक बोनस देने की मांग को लेकर फैक्ट्री गेट पर यह धरना दिया. ज्ञात हो कि बंगाल पेपर मिल ने पिछले मई में अपना पे रोल समाप्त कर दिया था, फैक्ट्री अधिकारी नए वेतन समझौते में देरी कर रहे हैं. सीटू से संबद्धित पेपर मिल मजदूर यूनियन द्वारा आहूत धरना कार्यक्रम में श्रमिक नेता सुप्रियो राय, हेमंत प्रभाकर, संतोष बाउरी, मलय कुमार, अमित गोप ने अपनी बातें कही. अध्यक्षता करुणा बाउरी ने की.
मांग की गई कि बोनस का भुगतान वर्तमान बाजार दर के अनुरूप किया जाए. सभी अस्थायी कर्मचारियों को ईएसआई, पीएफ देने रिक्त पद भरने स्थायी रोजगार देने होंगे . जीरो बैलेंस के नाम पर दैनिक कार्य अनुबंध पर श्रमिकों को नियुक्त किया जा रहा है,जो गलत है.उनके पास कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं है. . तृणमूल कांग्रेस यूनियन फैक्ट्री अधिकारियों की दलाली कर रही है. नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा और तृणमूल मजदूर विरोधी नीतियों पर चल रही हैं.स्थानीय बेरोजगारों के पास कोई काम नहीं है. यदि इस पेपर मिल की जमीन पर प्रस्तावित पावर प्लांट बनता है तो बेरोजगार युवाओं को काम मिलेगा .इस सभा में अपना वक्तव्य रखते हुए सुप्रीयो राय ने कहा कि राज्य की टीएमसी सरकार और केंद्र की भाजपा सरकार दोनों ही श्रमिक विरोधी सरकार हैं ,उनके द्वारा जो नीतियां अपनाई गई हैं वह पूरी तरह से मालिकों के हितों की रक्षा के लिए बनाई गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह से नया श्रम कोड लागू किया गया है उसे श्रमिकों के हितों को अनदेखा किया जा रहा है . अगर नया वेतन समझौता लागू हो जाता है तो श्रमिकों को 26000 रुपए वेतन मिलेगा ,जबकि आज श्रमिकों को सिर्फ पांच या ₹6000 वेतन पर काम करना पड़ रहा है .उन्होंने महंगाई का हवाला देते हुए कहा कि आज घरेलू इस्तेमाल की हर चीज की कीमत आसमान छू रही है.









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