रानीगंज-राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन, नवोदित योग खिलाड़ी स्वर्ण पदक के साथ घर लौटी, और एक बार फिर कोयला खनि रानीगंज शहर का नाम रोशन किया अभिषिकता दास. अभिषिकता ने एक बार फिर अपने योग के जादू से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और दुनिया के कई देशो के बीच हुई प्रतियोगियों के बीच अंडर 25 वर्ग में उसने स्वर्ण पदक हासिल किया. इस बार वह 26 अगस्त को नेपाल के काठमांडू स्थित द सेलिब्रेशन स्कूल में आयोजित तेरहवीं दक्षिण एशियाई योग प्रतियोगिता में सभी वर्गों में सर्वश्रेष्ठ योग का प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही चैंपियन ऑफ द चैंपियंस बन गईं. बता दें कि इस योग प्रतियोगिता में श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान समेत भारतीय प्रतिस्पर्धियों ने हिस्सा लिया था, जहां अभिषिकता दास ने प्रतियोगिता में विशेष कौशल दिखाकर सर्वश्रेष्ठ बनीं.वह लगातार बेहतर प्रदर्शन कर ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीतने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है. वह नवंबर में दुबई में आयोजित एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी. मालूम हो कि 7 साल की उम्र से यह नवोदित खिलाड़ी अभिषिकता अपने अथक प्रयासों से योग प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर एक के बाद एक प्रतियोगिता में सफल हो रही है. 200 से अधिक प्रमुख प्रतियोगिताओं में सफलता के रिकॉर्ड अर्जित कर रानीगंज क्षेत्र का नाम रोशन किया है, जिनमें उल्लेखनीय है 2012 में राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में कांस्य पदक, 2013 में राष्ट्रीय स्तर पर हुए प्रतियोगिता रजत पदक और 2014 में स्वर्ण पदक, 2018 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्कोर करने के बाद, उसने 2022 और 2023 में दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता. एक बार फिर उसने भारत और पश्चिम बंगाल तथा रानीगंज कोयला नगरी का नाम विश्व में चमकाया. अब उसका लक्ष्य एशियाई खेलों में सफलता के साथ ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना है, अब देखते हैं कि यह सपना साकार होता या नहीं . नेपाल के काठमांडू में उनके योग प्रदर्शन से हर कोई प्रभावित हुआ.












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