रानीगंज-मीजल्स ,रूबैल्ला जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए 9 जनवरी से 16 फरवरी तक पूरे राज्य में राज्य स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत 9 महीने से लेकर 15 साल तक के बच्चों को इन दो बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे .इसे लेकर राज्य सरकार की तरफ से युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं .इसी क्रम में मंगलवार को रानीगंज के ब्लॉक पब्लिक हेल्थ सेंटर में एक ट्रेनिंग शिविर के तहत रानीगंज क्षेत्र के आरएमपी (रूरल मेडिकल प्रैक्टिशनर) चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया . इस ट्रेनिंग शिविर में 100 आरएमपी चिकित्सको को ट्रेनिंग दिया गया. इस बैठक में रानीगंज ब्लॉक के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अरशद खान ने राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 9 जनवरी से 16 फरवरी तक चलाए जाने वाले इस अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मीजल्स और रूबेला यह दोनों बेहद खतरनाक बीमारियां हैं, जो छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को संक्रमित कर सकती हैं. इससे बचाव के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है ,और इसी मकसद को सामने रखते हुए 9 जनवरी से 16 फरवरी तक विभिन्न स्थानों पर शिविरों के माध्यम से यह अभियान चलाया जाएगा .इसमें उन्होंने रानीगंज के आर एमपी चिकित्सकों की भागीदारी पर विशेष जोर दिया. इस बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए रानीगंज के आरएमपी चिकित्सक संग़ठन के अध्यक्ष विकास रावत ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से रानीगंज के आरएमपी चिकित्सकों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा की थी. उसी को याद करते हुए आज डॉ अरशद खान ने इस मुहिम में भी आरएमपी चिकित्सकों से अग्रणी भूमिका निभाने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा अभियान है, जिसे सफल करने के लिए चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हर एक व्यक्ति को अपनी पूरी ताकत लगानी होगी.











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