कोलकाता/बेहरामपुर: तृणमूल कांग्रेस के जंगीपुर विधायक जाकिर हुसैन के मुर्शिदाबाद स्थित घर और दफ्तर में करीब आठ घंटे तक आयकर विभाग की तलाशी जारी रही।
बीएसएफ के जवानों की सुरक्षा में टीम ने सुबह 11 बजे वहां अपना अभियान शुरू किया और शाम 7 बजे से थोड़ा पहले रवाना हुई। हुसैन कथित तौर पर न केवल शिब बीड़ी, बल्कि आटा, चावल और तेल मिलों सहित अन्य शिब उद्योगों के भी मालिक हैं।
लेकिन वहां की खोज टीएमसी नेता से जुड़े बीड़ी ब्रांड तक ही सीमित नहीं थी। अन्य बीड़ी ब्रांड, जैसे धुलियान में आनंद बीड़ी और बिजली बीड़ी और औरंगाबाद में कल्पना बीड़ी ने भी इसी तरह की तलाशी और जब्ती की कार्रवाई देखी। सूत्रों ने कहा कि हुसैन के प्रबंधक अरबिंद दास से भी पूछताछ की गई थी।
हुसैन की शिब बीड़ी, जो लगभग 2.5 लाख घरों को रोजगार देती है, बंगाल में तीसरी सबसे बड़ी बीड़ी निर्माता है। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, अकेले शिब बीड़ी की फैक्ट्रियों से 8 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है।
तृणमूल के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा, "पिछले कई वर्षों में, 20 से कम राजनीतिक दलों ने भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को नहीं छोड़ा है।"
उन्होंने कहा, "अब, केंद्रीय एजेंसियां बीजेपी की एकमात्र राजनीतिक सहयोगी हैं। राजनीतिक प्रतिशोध के लिए इन एजेंसियों को बार-बार राजनीतिक रूप से विपक्ष को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।"










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