बांकुड़ा (प्रणव कुमार बैरागी) - -मकर संक्रांति के उपरांत बांकुड़ा जिले के लोगों को मुड़ी मेले का बेसब्री से इंतजार रहता है .जिले के केजाकुड़ा के द्वारकेश्वर नदी के संजीवनी आश्रम प्रांगण में मेले का आयोजन होता है ,जहां आसपास के 40 से 50 ग्रामों के लोगों का आना जाना लगा रहता है. साथ ही दूर दराज से भी लोग मुड़ी मेला का आंनद उठाने आते है .प्रत्येक वर्ष संजीवनी आश्रम में पहला माघ से हरि नाम संकीर्तन के मध्य शुरू होकर चौथा माघ पर मुड़ी मेला के मध्य मेला समाप्त होता है .लाखों की संख्या में सुबह से शाम तक लोगों का आना जाना लगा रहता है .बताया जाता है कि विगत 200 वर्ष से मेला का आयोजन होता आया है एवं विगत कुछ दशकों से मुढ़ी मेंला ने लोकप्रियता हासिल की है









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