रांनीगंज-जनवरी का महीना यानी पिकनिक की शुरुआत और इस पिकनिक के तुरंत बाद कोई भी पिकनिक स्पॉट की सफाई की पहल प्रशाशन द्वारा नहीं की जाती है, जबकि आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले बार-बार क्षेत्र को साफ रखने की मांग करते रहे हैं, लेकिन साफ सफाई भी नहीं किया जाता. इसी क्रम में मथुरा चंडी पीठस्थान, जिसे रानीगंज का ऐतिहासिक स्थान कहा जाता है,एवं स्थल को हेरिटेज स्थल भी घोषित की जा चुकी है,यह स्थान रानीगंज की पहली कोयला खदान है, जहां विश्व कवि रविन्द्र नाथ टैगोर के पितामह प्रिंस द्वारका नाथ टैगोर के प्रथम कोल कंपनी "कर एंड टैगोर" थी.इस स्थल को हेरिटेज के रूप में विकसित करने के लिए सरकार द्वारा लगभग 2 करोड़ रुपये भी खर्च किये जा चुके है. इसके बावजूद भी यहां नियमित साफ सफाई नहीं कि जाती है. दामोदर नदी से सटे इस क्षेत्र में कचरा भरा रहता है .
वहीं ग्राम पंचायत प्रशाशन की और से भी सफाई के लिए कोई पहल नहीं कर रही है. स्थानीय क्षेत्र वासियों ने क्षेत्र की सफाई कराने की मांग की है.










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