आसनसोल : शिल्पांचल में आदिवासीयों का मुख्य उत्सव सोहराय की धूम मची हुई है। आसनसोल रिवर्साइड के गुटगुट आदिवासी मोहल्ले में भी सोहराय उत्सव की धूम मची है। इस दौरान पूरे गांव को सजाया गया है। यहां तक कि घर की दीवारों पर भी एक खास तरह की पेंटिंग की जाती है। आदिवासी समुदाय के लोग सोहराय के पहले दिन अपने कुल देवता की पूजा करते हैं। इसके बाद गांव के सभी घरों को न्यौता दिया गया। रिश्तेदारों को भी आमंत्रित किया जाता है। इन पांच दिनों में घर में विशेष भोजन किया जाता है। पात्रा पीठा भी बनाया जाता है। इसके साथ ही आदिवासी नृत्य किए जाते हैं।गाँव की महिलाएँ नई साड़ियाँ पहनती हैं और आदिवासी गीत और नृत्य करती हैं। आदिवासी पुरुष भी धमसा और मदल बजाते हैं। आदिवासी नृत्य के माध्यम से पूरे गांव की परिक्रमा की जाती है।कुल मिलाकर आदिवासी सहारा उत्सव के इन पांच दिनों का आनंद लेते हैं।









0 टिप्पणियाँ