आसनसोल : आसनसोल दक्षिण थाना क्षेत्र के मोहिशिला स्थित सोहेला अपार्टमेंट में 4 फ्लैटों को कैनारा बैंक के अधिकारियों ने बुधवार को पुलिस और मजिस्ट्रेट के उपस्थिति में फ्लैट में रहने वाले लोगों को बाहर निकाल कर सील बंद कर दिया। बिल्डर्स ने इन 4 फ्लैटों को मॉर्गेज करके केनरा बैंक से कर्ज लिया था। यह कर्ज कई वर्षों पुराना है। लेकिन कर्ज का किस्त नहीं चुकाने के बाद बैंक को यह कदम उठाना पड़ा। जबकि बिल्डर्स ने इन फ्लैटों को बैंक में गिरवी रखने के बावजूद भी खरीदारों को बेच दिया था।खरीदारों को जब बिल्डर के द्वारा की गई धोखाधड़ी को पता चला, तो उनके होश उड़ गए। मजबूरी में उन्हें फ्लैट खरीदने के बावजूद भी फ्लैट से निकलना पड़ा। बिल्डर्स का नाम सिस्टर एंड ब्रदर इंटरप्राइजेज बताया जा रहा है। इनके मालिक का नाम दूलू चक्रवर्ती और अनु चक्रवर्ती है। इस संदर्भ में कैनारा बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय दुर्गापुर से आए प्रबंधक एन भगत ने बताया कि यह 4 फ्लैट ब्रदर एंड सिस्टर इंटरप्राइजेज के द्वारा बैंक के पास गिरवी रखकर कर्ज लिया गया है। कर्ज नहीं चुकाने के कारण आज हमलोगों ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में इस फ्लैट को अपने कब्जे में लिया। यह कर्ज काफी पुराना है। गौरतलब है कि बिल्डर्स ने बैंक में फ्लैट गिरवी रखकर कर्ज लिया। लेकिन बिल्डर्स ने इस फ्लैट को अन्य लोगों को बेच दिया। जिसमें से दो फ्लेट में ताला लगी हुई है। और दो फ्लेट में लोग रहते हैं। उन्हें बाहर निकाल दिया गया। इस संबंध में बताते हुए फ्लैट के एक निवासी अमिताभ दास ने कहा कि जिन्हें बाहर निकाला गया है। उनमें एक परिवार में दो बच्चे हैं। एक बच्चे खड़ा भी नहीं हो पाता। उन लोगों को बहुत कष्ट हुई है। उन लोगों ने बिल्डर्स को पैसा देकर फ्लैट खरीदा। उनका भी किस्त लोगों ने भी बैंक से लोन लिया है जिसका वे लोग प्रतिमाह किस्त जमा करते हैं। अचानक से जब आज पुलिस और मजिस्ट्रेट के साथ जब बैंक के अधिकारी पहुंचे और उन्हें मकान सीज करने का आर्डर दिखाया तो वह हक्के बक्के रह गए। उनके साथ इतनी बड़ी धोखाधड़ी होगी। वह समझ नहीं पाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भी यह आश्वासन दिया कि वे लोग उनको हर संभव सहायता करेंगे। लेकिन उन्हें यह फ्लैट खाली करना पड़ेगा। क्योंकि यह डीएम का आदेश है। उन्होंने कहा कि बिल्डर के खिलाफ और भी शिकायतें मिली है। लेकिन आज यह बहुत बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बिल्डर्स ने कर्ज लिया। जबकि फ्लेट खरीदार को सजा भुगतनी पड़ रही है।









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