आसनसोल : कंबल वितरण भगदड़ कांड में एसीपी रैंक के पुलिस का एक विशेष दल मंगलवार को आसनसोल गोधूलि स्थित घनश्याम अपार्टमेंट में चैताली तिवारी की आवास पर पूछताछ करने के लिए पहुंची। लेकिन पुलिस के इस विशेष दल को बैरंग वापस लौटना पड़ा। क्योंकि दूसरे दिन भी चैताली तिवारी के आवास पर ताला लगा हुआ था। इससे पहले सोमवार को आसनसोल उत्तर थाना पुलिस चैताली तिवारी को पूछताछ का नोटिस देने के लिए उनके आवास पर गई थी। लेकिन उस दिन भी ताला लगा हुआ पाया,तो पुलिस ने नोटिस को उनके घर के दरवाजे पर चिपका दिया। हालांकि पुलिस के लौटने के बाद लगभग 11:00 बजे चैताली तिवारी के पति पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि हम लोग बंगाल में जन्म लिए हैं और बंगाल की धरती के गोद में ही मरेंगे। बंगाल छोड़कर जाने वाले नहीं हैं। इसके पहले उन्होंने सोमवार को कहा था कि जिस बच्ची की मौत भगदड़ में हुई है। उससे उनकी पत्नी को गहरी लगाव थी। इस घटना के कारण वह मानसिक रूप से टूट चुकी है। उनका इलाज चल रहा है। सनद रहे कि आसनसोल नगर निगम के 27 नंबर वार्ड स्थित रामकिशुन डंगाल के कैलाश नगर मैदान में शिवचर्चा और कंबल वितरण समारोह का आयोजन किया गया था। कंबल वितरण समारोह के दौरान भगदड़ के कारण भीड़ के पैरों से कुचले जाने से 3 लोगों की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में कार्यक्रम के आयोजक चैताली तिवारी, उनके पति पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी, पार्षद गौरव गुप्ता, पार्षद अमित तुलस्यान डेकोरेटर व्यवसाई विशु रजक समेत 10 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की थी। जिसमें 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर 8 दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया है।









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