बांकुड़ा-पिछले 2 सालों से कोरोना वायरस के बीच पूजा की चमक फीकी पड़ी हुई थी लेकिन इस साल कोरोना का प्रकोप राज्य में कुछ कम रहने की वजह से सरस्वती पूजा की धूम दिखाई पड़ी। विभिन्न तरह के पूजा पंडालों को टीम के आधार पर बनाया गया था। बांकुड़ा शहर में दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा के बीच कुछ खास फर्क नहीं है। सरस्वती पूजा के उपलक्ष पर 3 से 4 दिनों तक विभिन्न तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं। यहां पर सरस्वती पूजा के लिए जो भी मंडप तैयार किए जाते हैं वह किसी भी सूरत में दुर्गा पूजा से कम नहीं रहते हैं। शनिवार हर एक शिक्षण संस्थान क्लबों और हर घर में विद्या की देवी की आराधना की जा रही है। बारोयारी पूजा मंडप इस बार अपनी थीम कोरोना महामारी को लेकर दर्शाई है जिसमें विश्व प्रकृति बचाने की अपील की गई है। इस पूजा मंडप को देखने के बाद दुर्गा पूजा मैं तैयार होने वाली थीम को भी हार मानना पड़ेगा। कॉलेज रोड के फ्रेंड्स 50 पूजा मंडप किसी भी पूजा पंडाल से कम नहीं है इस पंडाल में नारी शक्ति को दर्शाया गया था। सरस्वती पूजा शुरू होने से ही छात्र-छात्राओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं आज से लेकर 3 दिनों तक मस्ती करेंगे इसके साथ ही शुरू होगी पूजा पंडाल के सामने जमघट और विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम।









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