रानीगंज- आदिवासी समन्वय समिति द्वारा शुक्रवार को 7 सूत्री मांगों को लेकर रानीगंज के ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर को एक ज्ञापन सौंपा गया .इसके जरिए उन्होंने रानीगंज के त्रिवेणी देवी भालोटीया कॉलेज में संथाली भाषा में स्नातक स्तर की पढ़ाई शुरू करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भेजने के लिए रानीगंज बीडियो के मार्फ़त एक अन्य ज्ञापन सौंपा . इस मौके पर संगठन की और से संजय हेम्ब्रम ने कहा कि रानीगंज के रानीगंज अंतर्गत 3 ग्राम पंचायत जेमेरी,बल्लभपुर,एगरा ग्राम में जाहेर थान एवं नगर निगम अंचल के आदिवासी बहुल इलाके में माझी थान निर्माण करने की मांग की गई है ,वहीं आदिवासी समुदाय के को लोगों को घर बनाने के लिए जमीन का पट्टा सरकार द्वारा प्रदान करने की मांग बीडियो से की गई है. इसके अलावा आदिवासी जनजाति के नाम पर फर्जी बना रहे जाति प्रमाण पत्र को अविलंब रद्द करना होगा, साथ ही साथ सरकारी संस्थानों में आदिवासी जनजाति के लोगों को नौकरी प्रदान करनी होगी. रानीगंज अंतर्गत आदिवासियों के शमशान स्थल में बाउंड्री वॉल कर उनके सीमाओं को निर्धारित करना होगा.वहीं उन्होंने कहा कि रानीगंज के टीडीबी कॉलेज में संथाली भाषा में स्नातक स्तर पर पढ़ाई शुरू करने के लिए 26 जून 2023 को वॉक इन इंटरव्यू लिया गया था उसके बाद विभिन्न औपचारिकताएं पूरी की गई थी राज्य के उच्च शिक्षा दफ्तर और काजी नजरूल विश्वविद्यालय द्वारा भी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दिया गया था लेकिन किन्हीं अज्ञात कारणों से अभी तक कॉलेज में संथाली भाषा में स्नातक स्तर की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में आदिवासी समाज के लोग काफी दिनों से प्रशासन के हर स्तर पर गुहार लगा रहे हैं मुख्यमंत्री से भी गुहार लगाई गई है लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है रानीगंज आदिवासी समन्वय समिति की तरफ से इस ज्ञापन के जरिए रानीगंज के ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर से अनुरोध किया गया कि रानीगंज के त्रिवेणी देवी भालोतिया कॉलेज में संथाली भाषा में स्नातक स्तर की पढ़ाई शुरू करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रयास शुरू किया जाए. इस मौके पर आदिवासी समन्वय समिति के मंटू सोरेन, विजय मुर्मू ,धीरेन हेंब्रम , शीतल टुडू ,रामचंद्र मंडी आदि उपस्थित थे.











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