रानीगंज - एक और जहां लोग अंग्रेजी न्यू ईयर के आगमन पर लोग धूम धड़ाके के साथ पाश्चत्य सभ्यता में रंग कर विभिन्न प्रकार के आयोजन करते है,वहीं दूसरी और हिन्दू संस्कृति को बचाये रखने के प्रयास में इस नए वर्ष स्वागत जग शांति एवं विश्व कल्याण हेतु रांनीगंज के श्री सदानंद चक्रवर्ती लेन स्थित गुरुकुल स्कूल रोड में समाजसेवी राजेन्द्र प्रसाद तथा मंजू लता चौधरी के द्वारा 5 दिवसीय श्री दुर्गा सप्तशती पाठ का आयोजन किया है. आयोजित श्री दुर्गा पूजन सप्तशती पाठ के दूसरे दिन आचार्य वेद पंडित श्री कृष्ण शास्त्री आर्विकर तथा 8 पंडितों के द्वारा मुख्य यजमान रोहित चौधरी एवं उनकी पत्नी के द्वारा श्री दुर्गा पूजन, श्री दुर्गा सप्तशती पाठ, श्री ललिता सहस्त्रनाम एवं पुष्पा अर्चन कुमकुमार्चन सम्पन्न हुई. राजेन्द्र प्रसाद चौधरी ने बताया कि इस धार्मिक अनुष्ठान में खेड़ी घाट ओमकारेश्वर के महामंडलेश्वर श्री स्वामी विवेकानंद पूरी के सानिध्य में वेदों के ज्ञाता भारत प्रसिद्ध आचार्य श्री कृष्ण शास्त्री आर्वीकर के नेतृत्व में 8 पंडितों द्वारा सस्वर श्री दुर्गासप्तशती पाठ की जा रही है, 3 जनवरी को दुर्गा सप्तशती पाठ ,अग्नि स्थापन, अग्नि पूजन ,नवग्रह देवता हवन का आयोजन होगा, 4 जनवरी को श्री दुर्गा सप्तशती हवन पूजन आयोजित होंगे, जबकि अंतिम दिन 5 जनवरी को देवता पूजन हवन पूर्णाहुति एवं भंडारे का आयोजन किया जाएगा ,उन्होंने इस आयोजन में लोगो स्वंय तथा अपने परिवार के साथ शामिल हो कर पुण्य अर्जित करें.
इस अवसर पर ओमकारेश्वर के मंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद पुरी ने कहा कि पूरा देश जब कोरोना जैसे विपदा के दौर से गुजरी है, ऐसे समय में कल्याणकारी इस दुर्गा सप्तशती पाठ हवन से वायुमंडल सुवासित हो उठेगी.शक्ति स्वरूवा मां दुर्गा के आराध्य से न केवल इस स्थल का बल्कि पूरे ब्रह्मांड को इसका लाभ मिलेगी. जनहित में की जाने वाली जप तप पूजा-पाठ का महत्व हमेशा से रहा है.ईश्वर की कृपा से ही आज भारतवर्ष विश्व में अपना परचम लहरा रहा है.पूरे जग के लोगो का अभ्युदय होगा.
कार्यक्रम के आयोजक रोहित कुमार, रबिन्द्र चौधरी , श्वेता देवी एवं सोनल देवी ने बताया कि नव वर्ष के आगमन पर इस तरह का पाठ का आयोजन काफी महत्वपूर्ण होगा.शक्ति की देवी श्री दुर्गा सप्तसती पाठ करने से मां हर तरह के संकट से मुक्ति दिलाती है ,भक्तों की मनोकामनाएं भी पूरी होती है, किसी भी प्रकार का मानसिक विकार दूर होता है, इंसान की चेतना जागृत होती है और विचारों को सही दिशा मिलती है. इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित समाजसेवी रतनलाल सतनालिका,राम गोपाल बाजोरिया,मनोज सराफ , संदीप खेतान मुख्य रूप से उपस्थित थे.









0 टिप्पणियाँ