आसनसोल : आसनसोल रामकिशुन डंगाल कंबल वितरण भगदड़ कांड में शनिवार को पुलिस की 8 सदस्यीय एक दल आसनसोल गोधूली स्थित घनश्याम अपार्टमेंट में भाजपा पार्षद चैताली तिवारी से पूछताछ करने उनके आवास पर पहुंची। इस टीम में आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के 2 एसीपी और 6 पुलिस अधिकारी शामिल थे।यह टीम सुबह 10 बजे के लगभग चैताली तिवारी के निवास पर नोटिस के तय समय के अनुसार पहुंची। टीम ने पूरे 2 घंटे तक चैताली तिवारी के आवास पर उनसे पूछताछ की।इधर चैताली तिवारी के पति पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने पुलिस के टीम पर सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी चैताली तिवारी उस घटना के बाद से बीमार हैं।इसके बावजूद भी पुलिस ने 2 घंटे तक उनसे पूछताछ की। जबकि कोर्ट ने यह आदेश दिया है कि इस मामले में जो जांचकर्ता अधिकारी हैं। वही चैताली तिवारी से पूछताछ करेंगे। लेकिन पूछताछ के लिए 8 अधिकारी आए। पुलिस कोर्ट के आदेश को ना मानकर तृणमूल कांग्रेस के अपने आकाओं को खुश करने के लिए ऐसा कार्य कर रही है। कोर्ट ने 2 घंटा का अवधि दिया है, तो आधा घंटा कम भी पूछा जा सकता था। लेकिन आज तृणमूल कांग्रेस के नेता दो रोटी अधिक खाएंगे। क्योंकि उन्होंने जितेंद्र तिवारी की पत्नी को पुलिस के माध्यम से हरासमेंट करवा दिया है। इसके कारण वे खुशी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमलोग इसमें हैं क्या कर सकते हैं। केवल कानूनी लड़ाई ही लड़ सकते हैं। लेकिन तृणमूल नेता यह चाह रहे हैं कि वे बंगाल छोड़ देंगे, तो मैंने पहले भी कहा है कि हम लोग बंगाल की मिट्टी में पैदा लिए हैं और इसी मिट्टी में मरेंगे भी। बंगाल नहीं छोड़ेंगे।तृणमूल कांग्रेस चाहती है कि जो उनके अत्याचार और जोर जुल्म के खिलाफ आवाज उठाएंगे। उन विपक्षी नेताओं को ये लोग इतना परेशान करेंगे कि वे लोग चुप हो जाए। यहां से चले जाएं। लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है। जनता सब देख रही है। समय पर जनता इसका जवाब देगी। उन्होंने 26 नंबर वार्ड में 4 वर्षीय बच्चे के मौत की भी बात उठाई। उन्होंने कहा कि नगर निगम के हाईड्रेन में गिरने से एक बच्चे की चोट लग गई। उस बच्चे को आसनसोल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन वहां उसका सही इलाज नहीं हुआ उसे घर भेज दिया गया घर पर जब उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उसे बर्दवान मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां वह मर गया। उसको देखने के लिए कोई नहीं गया।जो टीम कोलकाता से आई थी। 100 मीटर दूरी पर उसका भी घर था। उससे भी मिलना था। नगर निगम के गलती के कारण उस बच्चे की मौत हुई है, तो इसके जिम्मेदार नगर निगम के अधिकारी भी हैं। उन पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई। क्योंकि 3 मौत पर तृणमूल कांग्रेस राजनीति कर रही है। यदि यह अप्राकृतिक मौत है, तो उस बच्चे की भी मौत अप्राकृतिक रूप से हुई। लेकिन उसमें तृणमूल कांग्रेस फंसेगी। इसलिए उस मुद्दा को दबाया जा रहा है। गौरतलब है कि बीते 3 दिसंबर को 26 नंबर वार्ड के निवासी तनवीर आलम के 4 वर्षीय पुत्र यासिर आलम नगर निगम के एक हाइड्रेन में गिर गया था। जिसे सर में चोट आई थी। उसे आसनसोल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन अस्पताल ने उसे घर भेज दिया उसकी हालत जब बेहद खराब हुई, तो उसे बर्दवान मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां 8 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। लेकिन उनसे मिलने किसी भी दल का नेता नहीं गए। घटना की जानकारी होने पर शुक्रवार को नीम का जिलाध्यक्ष दानिश अजीज के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गया था और उस हाइड्रेन को ढकने और मृत बालक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी। जिसे आज जितेंद्र तिवारी ने भी इस मुद्दे को उठाया। सनद रहे कि 27 नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद चैताली तिवारी ने बीते 14 नवंबर को रामकिशुन डंगाल के कैलाशनगर मैदान में शिवचर्चा और कंबल वितरण का एक कार्यक्रम की आयोजन की थी। जिसमें कंबल वितरण के दौरान भगदड़ होने के कारण दो महिलाओं और एक बच्ची की मौत हो गई थी और 6 महिलाएं घायल हो गई थी। इस कार्यक्रम में शुभेंदु अधिकारी ने भी भाग लिया था। इस मामले को लेकर आसनसोल उत्तर थाना पुलिस ने जितेंद्र तिवारी, चैताली तिवारी दो अन्य पार्षद गौरव गुप्ता और अमित तुलस्यान के साथ 10 लोगों ऊपर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। इसमें पुलिस ने 6 लोगों को 8 दिन के रिमांड पर लिया है।इस मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ने दो नोटिस चैताली तिवारी को दी थी।दोनो दिन वे अपने आवास पर नहीं मिली। लेकिन हाईकोर्ट के सुरक्षा कवच मिलने के बाद तीसरी नोटिस में पूछताछ के लिए वे पुलिस टीम के सामने उपलब्ध हुई। इधर पुलिस ने पार्षद अमित तुलस्यान को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। अब देख रहे हैं कि पुलिस इसके बाद भी पूछताछ करती है या नहीं।










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