रानीगंज- कोरोना काल के 2 वर्षों के पश्चात रानीगंज के सी आर रोड स्थित जीर्णोद्धार किए गए श्री श्री सीताराम जी मंदिर में इस बार काफी उत्साह के साथ मंदिर कमेटी द्वारा चार दिवसीय झूलन उत्सव का आयोजन किया गया है . इस जुलन उत्सव में 12 ज्योतिर्लिंगों का दर्शन लोगों के आकर्षण का जहां केंद्र बना हुआ है वहीं दूसरी ओर कुम्हड़ा एवं तरबूज से बने तरह-तरह के आकृति कला एवं विराजे शिवलिंग को लोगों द्वारा मुक्त कंठ से सराहा जा रहा है .इस झूलन उत्सव का उद्घाटन रानीगंज के वरिष्ठ नागरिक विश्वनाथ सराफ, ओम केड़िया, उज्जवल पातेसरिया ने दीप प्रज्वलित कर किया, जबकि इस अवसर पर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष विमल बाजोरिया, सचिव प्रदीप सरायां, विकास सतनालिका, ललित झुनझुनवाला सहित मंदिर कमेटी के अन्य सदस्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे. इस अवसर पर वयोवृद्ध समाजसेवी विश्वनाथ सराफ ने कहा कि रानीगंज के श्री सीताराम जी मंदिर एवं अन्य मंदिरों में भी वर्षों से जन्माष्टमी के पूर्व झूलन उत्सव का आयोजन होता रहा है, पूर्व में यह झूलन उत्सव पर लोग काफी संख्या में दर्शन करने आते थे पर पर मध्य के कुछ समय में यह परंपरा थोड़ी सी कम हो गई थी परंतु श्री सीताराम जी भवन मंदिर कमेटी द्वारा जिस प्रकार से इस बार झूलन उत्सव का आयोजन किया गया है वास्तव में पुरानी परंपरा को याद दिलाती है. अध्यक्ष विमल बाजोरिया एवं सचिव प्रदीप सरायां ने बताया इस चार दिवसीय झूलन उत्सव में एक और जहां हमारे भारतवर्ष के 12 ज्योतिर्लिंग बनाए गए हैं, वहीं दूसरी ओर फलों एवं सब्जियों द्वारा प्रस्तुत कलाकारी लोगों का आकर्षण का केंद्र बन रही है. इसके अलावा बच्चों के तरह-तरह के खिलौने की प्रस्तुति भी लोगों को विशेषकर बच्चों का खूब मन मोह रही है. उन्होंने बताया कि यह प्रस्तुति कोलकाता के कलाकारों द्वारा की गई है एवं आशा करते हैं कि 4 दिवसीय झूलन उत्सव में हजारों की संख्या में लोग भक्त इस झूलन उत्सव का दर्शन करेंगे .
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