चिचुड़िया गाँव में अंधेरा छाने से आक्रोश; पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप
जामुड़िया- जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के चिचुड़िया गाँव में बिजली के ट्रांसफार्मर से कॉइल चोरी होने की घटना के विरोध में सोमवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित ग्रामीणों ने जामुड़िया थाने की केंदाफाड़ी का घेराव किया और राष्ट्रीय राजमार्ग-60 को भी जाम कर दिया.ग्रामीणों ने बदमाशों की तत्काल गिरफ्तारी और गाँव में सुरक्षा बहाल करने की मांग की.
चोरी और गाँव में अंधेरा
ज्ञात हो कि बीते शनिवार की मध्यरात्रि को चिचुड़िया गाँव के अंतिम छोर पर लगे 500 केवी के बिजली के ट्रांसफार्मर से चोरों ने कॉइल चोरी कर ली थी. ट्रांसफार्मर चोरी होने के बाद से पूरे गाँव में अंधेरा छाया हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार, इस घटना को आठ से दस लोगों के समूह ने अंजाम दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि गाँव में पहले भी कई चोरियाँ हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के कारण यह घटना फिर हुई.
केंदाफाड़ी का घेराव और नेशनल हाईवे 60 किया जाम
सोमवार को चिचुड़िया गाँव के सैकड़ों लोग एकजुट हुए और केंदाफाड़ी (पुलिस चौकी) के गेट के बाहर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने चौकी के सामने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस गाँवों को सुरक्षा प्रदान नहीं कर पा रही है. चूँकि उस समय चौकी के पुलिस अधीक्षक मौजूद नहीं थे, इसलिए ग्रामीणों ने अपनी बात मनवाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 60 को दस मिनट के लिए जाम कर दिया. इसके बाद पुलिस अधीक्षक तुरंत चौकी पहुँचे. जब पुलिस ने ग्रामीणों का जाम हटाने की कोशिश की, तो ग्रामीणों की पुलिस से तीखी बहस भी हुई. हालांकि, स्थिति बाद में नियंत्रण में आ गई, लेकिन ग्रामीणों ने लगातार पुलिस के खिलाफ नारे लगाए.
ग्रामीणों में से बिश्वनाथ संगुई, सतीनाथ चक्रवर्ती और अमित चक्रवर्ती ने मीडिया से बातचीत करते हुए गाँव की सुरक्षा के लिए पुलिस रात में गाँव में नियमित रूप से गश्त करे.गाँव के विभिन्न चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे और नागरिक स्वयंसेवक (सिविक वॉलंटियर) तैनात किए जाएँ.
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कॉइल चोरी की घटना की शीघ्र जांच नहीं की गई और दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में चिचुड़िया गाँव के लोग एक बड़ा आंदोलन करेंगे.










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