जामुड़िया ; आसनसोल नगर निगम के बोरों एक अन्तर्गत वार्ड संख्या नौ स्थित चांदा गांव के स्थानीय लोगों ने गहरे जल संकट को लेकर गुरुवार को जामुड़िया-चांदा मुख्य सड़क पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.पानी की किल्लत से परेशान ग्रामीणों ने सड़क पर अवरोध लगाकर अपनी आवाज़ उठाई. यह सड़क अवरोध दुर्गा मंदिर के निकट तकरीबन 2 घंटे तक चला, जिससे गाड़ियों की लंबी कतार लग गई.
जल संकट की गंभीरता
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें पिछले बीस दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं मिल रही है, जिसके कारण पूरे इलाके में हाहाकार मचा हुआ है.कुछ स्थानीय लोगों ने तो यह भी बताया कि उन्हें पिछले तीन महीने से पीने का पानी नहीं मिल रहा है.
स्थानीय लोगों ने पानी की कमी की वजह कालाझरिया में पीएचई पाइपलाइन में आई समस्या को बताया.उनका कहना है कि पहले भी स्थानीय पार्षद ने आश्वासन दिया गया था कि दुर्गा पूजा से पहले पानी की आपूर्ति सामान्य हो जाएगी, लेकिन दुर्गा पूजा और लक्ष्मी पूजा बीत जाने के बाद भी स्थिति नहीं सुधरी.
ग्रामीणो ने बताया कि पहले आंदोलन करने पर पार्षद ने ने हर 7 दिन के अंदर पानी की आपूर्ति का आश्वासन दिया था, लेकिन पिछले 15 दिनों से वह भी बंद है.पानी के लिए चांदा ग्राम अंचल में हाहाकार मचा हुआ है.
पार्षद को झेलना पड़ा आक्रोश
इस घटना की सूचना मिलने पर आसनसोल नगर निगम की नौ नंबर वार्ड पार्षद बैसाखी बाउरी मौके पर पहुंचीं, लेकिन उन्हें ग्रामीणों के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा. लोगों ने पार्षद को घेरकर पानी की समस्या के तत्काल समाधान की मांग दोहराई.
प्रशासन का हस्तक्षेप और आश्वासन
बाद में पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर सड़क जाम हटवाया. प्रशासन ने तत्काल व्यवस्था करते हुए टैंकर के माध्यम से इलाके में जल मुहैया कराया.
पार्षद बैसाखी बाउरी ने आश्वासन दिया कि गांव में जल्द ही पानी की नियमित आपूर्ति बहाल की जाएगी.उन्होंने जल किल्लत का कारण कालाझरिया में पीएचई पाइपलाइन में उत्पन्न समस्या को बताया. उन्होंने कहा कि नौ नंबर वार्ड ऊंचाई पर स्थित होने के कारण जब तक ओवर हेड टंकी पूरी तरह से नहीं भरती है तब तक किसी तरह से पानी की आपूर्ति भी लोगों तक नहीं पहुँच पा रही है. उन्होंने पीएचई अधिकारियों से बात करने और फिलहाल टैंकर से पानी की आपूर्ति करने का जल्द आश्वासन दिया.
ग्रामीणों की चेतावनी
हालांकि स्थानीय लोगों ने प्रशासन के टैंकर से पानी देने के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया और नल से ही पानी की मांग की. प्रशासन ने आज के लिए दो-तीन घण्टो तक नल से पानी की आपूर्ति का आश्वासन दिया. ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि जल्द इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे फिर से सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे और बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा.









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