बांकुडा-भाई फोटा में अब गिनती के ही कुछ घंटे बाकी हैं, और इसी के साथ ही बांकुड़ा के इंदपुर व आसपास के इलाकों की मिठाई की दुकानों पर जमकर भीड़ उमड़ पड़ी है।
भाईफোঁटा यानी मिठाइयों का त्योहार। पारंपरिक रसगुल्ला, जलेबी और मিষ্টि doi (मीठा दही) तो मिल ही रहे हैं, लेकिन इस मौके पर मिठाई कारोबारी तैयार कर रहे हैं ‘भाईफোঁटा स्पेशल’ मिठाइयाँ — जो स्वाद और नाम दोनों में अनोखी हैं। बांकुड़ा के खातरा शहर की एक प्रसिद्ध मिठाई की दुकान ने इस बार 10 से 15 नई किस्म की मिठाइयाँ तैयार की हैं, जिन पर लिखा है – “भाईफোঁटा”। मिठाई बनाने वालों का कहना है कि इनमें किसी भी तरह का एसिड या कृत्रिम रंग नहीं मिलाया गया है।
इन खास मिठाइयों में शामिल हैं — कालाकंद, क्षीरमोहन, रसमलाई, रस्कदम, कাঁচा गोला, बेक्ड रसगुल्ला और सेब से बनी मिठाई। कीमत भी बेहद किफायती — सिर्फ 10 रुपये से शुरू।
दुकान के मैनेजर का कहना है, “लोग इस बार पारंपरिक मिठाइयों के साथ नई फ्लेवर वाली मिठाइयों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। रसगुल्ला, संदेश और दही की मांग तो रहती ही है, लेकिन नए स्वादों की मिठाइयाँ इस बार सबसे ज्यादा बिक रही हैं। सभी लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कीमतें किफायती रखी गई हैं।”
भाईफोटा से एक दिन पहले ही दुकानों में खरीदारों की भीड़ देखने लायक है। रंग-बिरंगी और आकर्षक मिठाइयाँ दुकानों में सजी हैं। कल की भीड़ को देखते हुए कई लोग पहले से ही मिठाइयाँ खरीदकर घर में जमा कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग नए स्वाद वाली मिठाइयों का स्वाद लेने के लिए अकेले ही दुकानों पर पहुँच रहे हैं।
बांकुड़ा के इंदपुर ब्लॉक के नामो बंगला बस स्टैंड के पास स्थित “आशीर्वाद स्वीट्स” के संचालक तुषार चटर्जी ने बताया कि भाईफोटा के अवसर पर पुरुलिया, मानवाजार, बराबाजार, जंगलमहल और बांकुड़ा के अलग-अलग हिस्सों से लोग मिठाई खरीदने आ रहे हैं।
मछली, भात, मिठाई और दही — ये चारों चीजें बंगालियों की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा हैं। भाईफोटा का दिन हर परिवार के लिए बेहद खास होता है। इसलिए बांकुड़ा के लोग इस दिन परिवार के साथ आनंद मनाने के लिए पहले ही मिठाइयों की खरीददारी पूरी कर रहे हैं।









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