रानीगंज -रानीगंज में पुलिस के खिलाफ घूसखोरी के गंभीर आरोप के बाद बड़ा कदम उठाया गया है। चार मुर्गी से लदी पिकअप वैनों को रोकने और पैसों की मांग करने के विवाद में एक एएसआई और एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि दो सीपीवीएफ कर्मियों को अस्थायी रूप से डिमोबिलाइज़ (बरखास्त) किया गया है। इसके अलावा दो पुलिस वाहन चालकों को भी हटा दिया गया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शनिवार देर रात लगभग 12 बजे, आसनसोल से दुर्गापुर की ओर जा रही चार पिकअप वैनों को 19 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के पंजाबी मोड़ के पास आमरासोता (पंजाबी मोड़ ) पुलिस फांड़ी के एएसआई शैलेन मंडल ने अपनी टीम के साथ रोक लिया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने गाड़ियों के ड्राइवरों से पैसे की मांग की।
इसी दौरान एक वैन चालक पुलिस को चकमा देकर आगे निकल गया। इसके बाद शैलेन मंडल ने बक्तरनगर मोड़ पर तैनात पुलिस वाहन में मौजूद कर्मियों को फोन कर वाहन रोकने के निर्देश दिए। पुलिस वाहन को सड़क के बीच खड़ा कर दिया गया, जिससे भागी हुई वैन रुक गई।
इस बीच पंजाबी मोड़ पर बाकी ड्राइवरों के साथ पैसों को लेकर तीखा विवाद छिड़ गया। आरोप है कि जब तीनों ड्राइवर एकजुट होकर विरोध करने लगे, तो शैलेन मंडल के नेतृत्व में पुलिस ने तीनों पिकअप वैनों में तोड़फोड़ की।
इस घटना से नाराज़ ड्राइवरों ने अपने वाहन सड़क के बीच खड़े कर रास्ता जाम कर दिया। नतीजतन आसनसोल के कालीपहाड़ी से लेकर दुर्गापुर तक एक ओर का यातायात ठप हो गया। बाद में पंजाबी मोड़ फांड़ी के आईसी मौके पर पहुंचे और ड्राइवरों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया।
इस पूरे मामले पर आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय के डीसीपी (सेंट्रल) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक एएसआई, एक कांस्टेबल को सस्पेंड किया, दो सीपीवीएफ कर्मियों को अस्थायी रूप से सेवा से हटाया और दो ड्राइवरों को उनके पद से हटा दिया।










0 टिप्पणियाँ