रानीगंज-गंधर्व कला संगम की रानीगंज और आसनसोल शाखाओं ने संयुक्त रूप से भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से अपने वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव 2025 का आयोजन किया. यह उत्सव हर साल भारतीय संस्कृति के बारे में जागरूकता बढ़ाने और नई पीढ़ी को अपनी देश की संस्कृति से जोड़ने के लिए आयोजित किया जाता है. इस उत्सव में सभी श्रेणियों के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी निःशुल्क शिक्षा प्रदान करके प्रदर्शन का अवसर दिया जाता है.
वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव में, गुरुवार, की शाम, रवींद्र भवन में देश की संस्कृति का रंगारंग प्रदर्शन किया गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत 4 जनवरी को भरतनाट्यम और मणिपुरी कार्यशाला से हुई थी, जिसमें आसनसोल, दुर्गापुर, बोलपुर, बांकुरा, पुरुलिया और पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों से भाग लेने वाले कलाकार आए थे.इस कार्यक्रम का समापन समारोह गुरुवार को आयोजित किया गया, जिसमें 120 से भी ज्यादा बच्चे शामिल हुए. लगभग एक महीने से चल रहे इस कार्यक्रम का अंत सफलतापूर्वक हुआ.
कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए, जिनमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार के पदाधिकारी भी शामिल थे. संस्था की ओर से अध्यक्ष सचिंद्रनाथ रॉय, प्रदीप नंदी, सुशील गनेरीवाला, मनोज साहा, जगदीश बागरी, झुमा चटर्जी, गौरी शंकर अग्रवाल, सतपाल सिंह कीर, संदीप भालोटिया, बलराम रॉय, गौतम चौधरी, अरुण गोयनका, संजय डालमिया, सोमेन चटर्जी, संतोष दत्ता सहित और भी गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे और कार्यक्रम को सफल बनाया.
सचिन रॉय, निरंजन गौरीसरिया, प्रदीप नंदी, झुमा चटर्जी, सोमेन चटर्जी, मिहिर कर्मकार, अंजना कौर और सस्वती चटर्जी ने गरीबी सीमा के नीचे रहने वाले 10 बच्चों की शिक्षा और सांस्कृतिक विकास का व्यक्तिगत भार लिया. इस अवसर पर संदीप भालोटिया, शिवानी घोष, सोमा बिस्वास ने मंच का संचालन किया. कार्यक्रम के संयोजक गंधर्व कला संगम का अध्यक्ष शाश्वती चटर्जी थी,जिनके निर्देशन में यह संस्था चल रही है.
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