बांकुड़ा- बांकुडा शहर के पाठक पाड़ा की एक कलाकार अर्पिता सरकार ने बेकार पड़े गन्ने की भूसी से देवी दुर्गा की एक मूर्ति बनाकर फिर सुर्खियां बटोरीं, यह पहली बार नहीं है, जब अर्पिता के दिमाग में मां को अलग अंदाज में पेश करने का विचार आया हो. घर में आभूषणों से लेकर घर की सजावट की वस्तुओं, उपहारों की विभिन्न सामग्रियों का उपयोग करके वह हस्तनिर्मित कलाकृतियाँ बनाती हैं. पेंसिल के छिलके से लेकर लहसुन छिलके तक, नारियल के छिलके या मकई भूसी या आलपिन के सिर पर, देवी दुर्गा का रूप बना चुकी है. लेकिन इस बाण र गन्ने की फेंकी हुई भूसी से आठ इंच के देवी का स्वरूप बनाई देवी के साथम महिषासुर भी बनाए. आइये जानते है किस तरह उन्होंने गन्ने के छिलके से देवी दुर्गा का निर्माण किये.









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