जामुड़िया : जामूड़िया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ब्लाक दो स्थित परसिया आंचलिक तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष सह जामुड़िया पंचायत समिति के कर्माध्यक्ष उदीप सिंह सह अन्य 7 तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर गिरी गाज.
वही उदीप सिंह ने जामुड़िया थाना प्रभारी पर झूठे मामले में फसाने एवं तृणमूल कांग्रेस के उच्च नेतृत्व को घटना की खबर देने के बाद भी कोई कार्यवाई नहीं करने के खिलाफ पंचायत प्रधान सह सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों ने सामुहिक रूप से त्यागपत्र देने की धमकी दिया है.
रविवार को उदीप सिंह के नेतृत्व में परसिया तृणमूल कांग्रेस अंचल कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर यह जानकारी दिया गया. इस संवाददाता सम्मेलन में जामुड़िया पंचायत समिति के कर्मा अध्यक्ष उदीप सिंह,परसिया ग्राम पंचायत के प्रधान नीता घोष, उप प्रधान चाइना बाउरी, पंचायत सदस्य प्रियंका बाउरी ,निता बाउरी एवं समिति के सदस्य बादुली सोरेन उपस्थित थे .
इस दौरान जामुड़िया थाना के प्रभारी राजशेखर मुखर्जी के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए
उदिप सिंह ने कहा कि बीते कुछ दिनों पहले परसिया आदिवासी प्राथमिक विद्यालय के पास जो जनबहुल क्षेत्र है. उस जगह पर अहम कांसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रभारी असीम चक्रवर्ती के नेतृत्व में पीओबी नामक छाई से भराई का कार्य किया जा रहा था ,जिसकी वजह से उस क्षेत्र में एवं आसपास रहने वाले लोगों को छाई की वजह से काफी परेशानी हो रही थी .जब उन्होंने इसका विरोध किया तो जामुड़िया थाना प्रभारी ने मेरे विरुद्ध कार्यवाही करने की फोन पर धमकी दिया.वहीं असीम चक्रवर्ती ने वहां चलने वाले छाई गाड़ी से 5000 रुपये मांगने के का आरोप लगाते हुए उनके साथ साथ कुल 7 लोगों के विरुद्ध जामुड़िया थाना में मामला दर्ज कर दिया . हमने भी असीम चक्रवर्ती के विरुद्ध स्पीड पोस्ट के माध्यम से उनके विरुद्ध मानहानि का केस दर्ज करने के लिए नोटिस भेजा है . एफआईआर के आधार पर बीती रात को जामुड़िया थाना पुलिस ने मलय मंडल एवं उसके पिता रघुपदो मंडल को गिरफ्तार कर लिया है .असीम चक्रवर्ती द्वारा दर्ज प्राथमिकी में उदीप सिंह अजय भुइँया, सीताराम भुइँया, मुख्तार अंसारी, दाऊद अंसारी, रघुपद मंडल, मलय मंडल सहित तथा अन्य 20-25 शामिल है .दूसरी और वहीं असीम चक्रवर्ती के प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद मधुसूदन सिंह जो कि परासिया ग्रुप ऑफ माइंस का एजेंट है ,उन्होंने भी मेरे विरुद्ध जामुड़िया थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है .
ये मामला मेरे लिए मान सम्मान का विषय है. अगर इस विषय पर जामुड़िया थाना प्रभारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई तो ग्राम प्रधान, उप प्रधान, पंचायत समिति एवं समिति सदस्य सहित परसिया इलाके के जितने भी टीएमसी कांग्रेस के कार्यकर्ता है. कल से हमलोग ब्लाक दो कार्यालय के बाहर धरना पर बैठेंगे ओर जरूरत पड़ने पर अपनी -अपनी त्याग पत्र देंगे.
उदीप सिंह ने कहा कि राजशेखर मुखर्जी के अत्याचार से लोग परेशान हैं . उन्होंने कहा कि हमलोग तृणमूल कांग्रेस लोगों की सेवा करने के लिए पार्टी में है. उन्होंने कहा कि जामुड़िया थाना प्रभारी को वेतन जनता के पैसे से मिलता है ,लेकिन वह कुछ उद्योगपतियों का स्वार्थ देखते हैं. उन्होंने कहा कि वह और उनके साथी अवैध मिट्टी बालू आदि के खिलाफ अभियान चला रहें हैं. शायद यही वजह है कि वह टीएमसी के लोगों को झूठे मामलों में फंसा रहे हैं. उन्होंने बताया कि जन प्रतिनिधि होने के नाते वह इलाके में राख फेंकने का विरोध करते हैं, लेकिन जामुड़िया थाना प्रभारी उसी स्थान पर राख डलवाते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि वह उस कंपनी से पैसा लेते हैं, इसी वजह से वह उनके काम को रोक नहीं रहे हैं . उन्होंने कहा कि अगर उनसे कोई गलती हुई है तो वह उसके लिए कानून में जो प्रावधान है उसके मुताबिक उन्हें सजा दी जाए ,लेकिन बेवजह झूठे मामलों में उनका फंसाया जा रहा है. यह वह बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि जामुड़िया थाने के प्रभारी ने उन्हें धमकाया है .उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी को भी पत्र लिखकर सारी स्थिति से अवगत कराया है . उन्होंने कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि अगर उनके क्षेत्र के 10 ग्राम पंचायत में कहीं भी कोई अवैध काम हो रहा है तो उसको रोका जाए .जबकि विजयनगर में अवैध रूप से एक भवन का निर्माण किया जा रहा था जब उनको इस बात का पता चला तो उन्होंने वह निर्माण कार्य रुकवा दिया. वह लगातार अवैध कार्यो को रोकने के लिए अभियान चला रहे हैं ,चाहे अवैध बालू कोयला के कार्य को रोकना हो या डोबराना गांव में मिट्टी काटने के लिए अवैध रूप से जो मशीन रखी गई थी उसे जब्त करवाना हो, उन्होंने हमेशा अवैध कार्यों को रोकने का प्रयास किया है ताकि सरकार को राजस्व का नुकसान ना हो लेकिन इसमें अगर किसी को व्यक्तिगत नुकसान पहुंचता है तो इसके लिए वह कुछ नहीं कर सकते. वही पंचायत प्रधान अनीता घोष ने कहा कि पूरा प्रशासन टीएमसी द्वारा संचालित किया जा रहा है. इसके बावजूद अगर जामुड़िया थाने के प्रभारी टीएमसी कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फसाते हैं तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वहीं इस संबध में भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी का कहना है कि जामुड़िया में जो कुछ भी हो रहा है उसकी एक वजह यह है कि जामुड़िया को रिमोट कंट्रोल आसनसोल से चलाया जाता है ,भले ही जामुड़िया में टीएमसी के विधायक हैं .आसनसोल में भी टीएमसी के सांसद हैं, लेकिन बात जब जामुड़िया को चलाने की आती है तब रिमोट कंट्रोल आसनसोल के पास रहता है यह वहां के लोगों का दुर्भाग्य है. वहीं पर टीएमसी के सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा एक साथ इस्तीफा देने की बात पर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि उनको नहीं लगता कि वह लोग ऐसा कोई कदम उठा सकते हैं .टीएमसी के कोई नेता जाकर उनको समझा देंगे और वह भी समझ जाएंगे. लेकिन अगर वह लोग किस तरह का कोई फैसला लेते हैं तो वह उनके साथ हैं. उदिप सिंह के खिलाफ किए गए एफआईआर के बारे में जितेंद्र तिवारी ने कहा कि बंगाल में यह कोई हैरानी की बात नहीं है. यहां पर कोयला चोर बालू चोर मवेशी तस्कर के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं होती जो विरोध करते हैं उनके खिलाफ इस तरह की कार्रवाई होती है. उन्होंने कहा कि टीएमसी का गठन वामपंथियों के कुशासन से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए हुआ था लेकिन नए तृणमूल में वैसा कुछ नहीं है पहले असामाजिक तत्व नेताओं के अधीन रहा करते थे लेकिन नए तृणमूल में वही नेता बन गए हैं इसलिए अब यह उदिप सिंह को फैसला करना है कि वह सर झुका कर टीएमसी में रहना चाहेंगे या सर उठाकर. आत्मसम्मान के साथ पार्टी से निकल जाना चाहिए. वही इस बारे में बीते 28 तारीख को उदिप सिंह और उनके साथियों द्वारा जिस अहम कांसुलटेड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ट्रक को रोका गया था उसे कंपनी के प्रभारी असीम चक्रवर्ती से बात की तो उन्होंने साफ कहा कि उस ट्रक में छाई या केमिकल नही बल्कि कोयला निकालने के दौरान जो पत्थर जमीन के अंदर से निकाले जाते हैं उन पत्थरो को ही मशीन से पिसाई करके उसे पानी के साथ चलनी से चाल कर मोटे बालू के कण की तरह निकाल कर जमीन के अंदर बालू बंकर के तहत जमीन के भूगर्भ में डाले जाते है,क्योंकि बालू आपूर्ति नहीं हो पा रही है,और यह प्रक्रिया बीते 2022 से चल रही है . केंद्र सरकार के द्वारा जारी टेंडर के माध्यम से यह कार्य किया जा रहा है. लेकिन उदीप सिंह का कहना था कि हर ट्रक पर पांच हजार रुपए देने होंगे. और इसी मांग को लेकर उन्होंने उनकी कंपनी के चालकों की बुरी तरह से पिटाई की. उन्होंने कहा कि अगर उस दिन जामुड़िया थाना और केंदा फांड़ि की पुलिस के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते तो उनकी कंपनी के कुछ लोगों की हत्या तक हो सकती थी. उन्होंने साफ कहा कि उदिप सिंह हर ट्रक पर ₹5000 रंगदारी मांग रहा था और इसीलिए उसने परिवहन बंद करके रखा है .उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उस दिन स्थानीय लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था उन्होंने कहा कि उदिप सिंह ने खुद उनके कंपनी के चालक पर हमला किया. असीम चक्रवर्ती ने कहा कि वह उनके खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराएं हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस गुंडागर्दी की वजह से कंपनी में काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है, और अगर ऐसा ही चला रहा तो हो सकता है कि उनको बंगाल छोड़कर वापस चले जाना पड़े. दूसरी और इस बारे में जामुड़िया थाना प्रभारी राजशेखर मुखर्जी से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया किंतु उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार किया.










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