जामुड़िया - इकड़ा औधौगिक क्षेत्र स्तिथ मान स्टील कारखाना द्वारा कारखाना विस्तारित करने के लिए कुछ जमीनों पर चार दिवारी घेराबंदी कर रहे थे .इस दौरान उस समय स्थानीय राजाराम डांगा स्तिथ आदिवासी ग्राम के युवकों के साथ एक समझौता किया गया था कि जमीन के बदले इस इलाके के 10 बेरोजगार युवकों को इस कारखाना के तरफ़ से रोजगार मुहैया करवाएगी, लेकिन कारखाना द्वारा जमीन पाने के बाद ग्राम वासियों के साथ दोबारा कोई संपर्क नहीं किया, और ग्राम वासियों द्वारा कारखाना से संपर्क करने पर करखाना के तरफ़ से उन्हें कोई सठीक प्रतिक्रिया एवं जवाब नहीं मिला. इन सभी आरोपों को सामने रखते हुए सोमवार को जामुड़िया थाना का घेराव करते हुए इलाके की आदिवासी महिलाओं ने विरोध जताते हुए कारखाना द्वारा वादा ना पूरा करने के खिलाफ प्रदर्शन कर थाना प्रभारी को एक लिखित ज्ञापन सौंपा , ताकि युवकों को रोजगार मुहैया कराने की बात पर डटे रहे .इस बात की जानकारी देते हुए इस ग्राम की एक महिला मोमीता माडी ने कहा कि जब यह कारखाना कुछ जमीन पर अतिक्रमण कर उस ज़मीन पर चार दिवारी कर घेराबंदी कर रहा था उस समय हमलोगो ने इसका विरोध किया था. उस समय इस कारखाना के अधिकारी ने हमें आश्वासन दिया था कि आप लोगों की जो मांगे है उसे पुर्ण किया जायेगा, उस समय यह तय हुआ था कि स्थानीय 10 लड़कों को नौकरी दी जाएगी,वहीं इलाके में शौचालय का निर्माण एवं नये रुप से शमशान घाट का निर्माण किया जायेगा ,लेकिन इतने माह बीत जाने के बाबजूद भी हमारी मांगे को पुर्ण किया नहीं गया, जिसके कारण मजबूरन थाना आना पड़ा. दुसरी और इस बारे में जानकारी देते हुए कारखाना के अधिकारी आसुतोष चौधरी ने बताया कि इन इलाके के लोगों की जो मांगे है उसे पहले ही पूर्ण कर दिया गया. इनके इलाके मे एक छोटा सा रूम था जहां पर शादी विवाह हुआ करता था लेकिन उस जगह पर चार दिवारी का घेराबंदी नहीं था वहां पर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए चार दिवारी का घेराबंदी कर दिया गया है , एक स्टोर रूम ओर शौचालय की भी व्यवस्था कर दी गई नये रुप से इकड़ा शमशान घाट का भी निर्माण किया गया है, ओर अभी तक उसका कार्य चल रहा है. हमलोग हमेशा कुछ ना कुछ कार्य यहां के लोगों के लिए करते रहते है ओर आने वाले समय में भी करते रहेंगे.










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