रानीगंज-रानीगंज काफी प्राचीन शहर है. यहां पर ऐसे कई भवन है, जो सैकड़ो साल पुराने है ,जिस वजह से अब वह भवन टूटने के कगार पर आ चुकी है,एवं कभी भी बड़ी दुर्घटना घटी सकती है, लेकिन अभी भी उन इमारत में लोग रहते हैं जिस वजह से उन इमारत को तोड़ पाना कानूनी रूप से मुश्किल हो रहा है .ऐसा ही एक भवन रानीगंज के नेताजी मोड पर नेताजी मूर्ति के सामने बना हुआ है ,यह भवन भी लगभग 100 सालों से ज्यादा पुराना है. इस भवन का ऊपरी हिस्सा लगभग पूरी तरह से टूट चुका है ,निचला हिस्सा भी जर्जर हो चुका है. बड़ी-बड़ी दरारें देखी जा सकती हैं, लेकिन इस भवन के नीचे कई दुकानदार अपना व्यवसाय चलाते हैं और अपने और अपने परिवार का पेट पालते हैं. एक अनुमान के मुताबिक इस भवन के नीचे जो दुकानदार हैं उनको और उनके परिवारों को मिलाकर करीब 200 लोग इस पर निर्भर है. ऐसे में इस भवन को लेकर आसनसोल नगर निगम का रानीगंज बोरो ऑफिस भी बेहद चिंतित है. ज्ञात हो कि तकरीबन 2 साल पहले रानीगंज के ही तिलक रोड इलाके में ऐसी ही एक पुरानी इमारत की बालकनी टूट कर गिर गई थी जिस वजह से उस वक्त उस बालकनी के नीचे से गुजर रहे एक युवक की जान चली गई थी, फिर से इस तरह की कोई घटना ना हो इसके लिए रानीगंज बोरो दफ्तर सक्रिय हो गया है .चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा ने कहा कि आसनसोल नगर निगम और रानीगंज बोरो दफ्तर पुरानी इमारत की वजह से किसी की जान नहीं जाने देगी और पुरानी इमारत को उनके मालिकों के द्वारा तोड़ने के लिए नोटिस दिया जाएगा. अगर समय रहते इन इमारत के मालिक उन भवनों को नहीं तोड़ते तो आसनसोल नगर निगम की तरफ से यह कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि नेताजी मूर्ति के पास जिस भवन को लेकर लोग आतंकीत है उस भवन को लेकर भी बोरो कार्यालय की तरफ से ऐसे ही कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना था कि उस भवन में रहने वाले किराएदार हटने को राजी नहीं है ,इस वजह से भवन को तोड़ने में दिक्कत आ रही है हालांकि उन्होंने कहा कि किसी को भी रानीगंज वासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा वही उस भवन के नीचे अपना व्यवसाय चलाने वाले दुकानदारों ने भी कहा कि उस भवन की हालत काफी खराब हो चुकी है, लेकिन अभी तक उसे तोड़ने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है जिसे लेकर वह बेहद आतंकित है .उन्होंने भी मांग की की जल्द से जल्द इस भवन को तोड़ दिया जाए और नए सिरे से इसका निर्माण हो.












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