जामुड़िया - फ़िल्म स्टार अक्षय कुमार एवं परिणीति चोपड़ा दवारा अभिनीत फ़िल्म मिशन रानीगंज आज कल पूरे भारत वर्ष में चर्चा का विषय बनी हुई है,अब सवाल यह नहीं है कि यह फ़िल्म रानीगंज कोयलांचल के महावीर कोलियरी में 1989 में हुई खान दुर्घटना के दौरान किए गए बचाव कार्य पर आधारित है,बल्कि इस बात को लेकर चर्चा का विषय बनी है कि फ़िल्म का टेग "मिशन रानीगंज" द ग्रेट इंडिया रेस्क्यू जे जगह "द ग्रेट भारत रेस्क्यू" है.इस बात को लेकर भारत के विपक्ष दल हाय तौबा मचा रहे हैं.ज्ञात हो कि। फिल्म मिशन रानीगंज आगामी 6 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है ,जिसमें अक्षय कुमार इस फिल्म में लीड रोल में है ओर अभिनेत्री परिणीति चौपड़ा है. कोयलांचल वासियों को इस फ़िल्म का बेसब्री से है,जो 6 अक्टूबर को इंतजार की घड़ी खत्म होने वाली है. हालांकि रानीगंज वासी को इस बात का मलाल है कि फ़िल्म रानीगंज पर आधारित है, ओर एक भी सीन रानीगंज में नहीं फिल्माई गई है.इस फिल्म की अधिकांश शूटिंग लंदन के यार्कशायर में हुई है ,फिल्म में वास्तिवक घटनाओं के स्थल को फिल्माने के लिए टीम आसनसोल आई थी , कोयलांचल के निघा,नियामत पुर सह विभिन्न खदानों में शूटिंग कर फिल्म को फाइनल टच दिया गया .पिछले वर्ष नवंबर में फिल्म की टीम आसनसोल आई थी ,आसनसोल स्टेशन, सोदपुर वर्कशॉप ओर सबसे अधिक दिनों तक यह शूटिंग श्रीपुर एरिया क्षेत्र के निघा एवं एबी पिट्स इलाके में हुआ था जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आए हुए थे इसके समेत विभिन्न कोलियरियों में शूटिंग की गई थी.
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| File Photo |
क्या है मिशन रानीगंज में
रानीगंज के महाबीर कोलियरी में 13 नवंबर 1989 को एक खान दुर्घटना हुई थी, जिसमें महाबीर कोलियरी के कोयला खान में अचानक पानी भर गया था. उस समय वहां 232 मजदूर कार्यरत थे। दुर्घटना की आशंका होते ही वहां से 161 मजदूर खान से बाहर निकल गए, जबकि 71 मजदूर खदान में फंस गये थे. इस हादसे के बाद तत्कालीन एडिशनल चीफ माइनिंग इंजीनियर जसवंत सिंह गिल ने अपनी सूझबूझ से कैप्सूल नुमा डोली बनाकर उक्त खदान में प्रवेश कर वहां फंसे 65 मजदूरों को सुरक्षित बचाया था, जबकि इस हादसे में 6 मजदूरों की मौत हो गई थी,इस विषय पर यह फ़िल्म फिल्माई गयी.












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