रानीगंज-विश्व शांति एवं जग कल्याण हेतु खेड़ी घाट ओंकाश्वर के महामंडलेश्वर विवेकानंद पूरी सानिध्य में श्री सदानंद चक्रवर्ती मार्ग ( गुरुकुल विद्यापीठ) रोड में आयोजित 5 दिवसीय श्री दुर्गा पूजन सप्तशती पाठ की समाप्ति गुरुवार को पूजन हवन के साथ सम्पन्न हुई ,ततपश्चात भंडारे का कार्यक्रम में सैकडो भक्तो ने माता का प्रसाद ग्रहण किया
इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद पूरी ने दुर्गा शप्तशती पाठ का महत्तम बताते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की चिंता है, किसी भी प्रकार का मानसिक विकार यानी की मानसिक कष्ट है तो दुर्गा सप्तशती पाठ से इन सभी मानसिक विचारों और दुष्चिंताओं से मुक्ति मीलती है।
इंसान की चेतना जागृत होती है और विचारों को सही दिशा मीलती है। किसी भी प्रकार की नेगेटिव विचार आप पर हावी नहीं होते, तो दुर्गा सप्तशती पाठ से हर प्रकार की मानसिक चिंताओं से मुक्ति मीलती है।
दुर्गा सप्तशती से पाठ से मुकदमे में विजय मीलती है, किसी भी प्रकार का आपका झगड़ा हो, वाद विवाद हो, उसमें शांति आती है, और आपके मान, सम्मान की रक्षा होती है,
लेकिन उद्देश्य आपकी मंशा सही होनी चाहिए तभी ये पाठ फल देता है। अगर आप झूठ की बुनियाद में कभी इस अध्याय का पाठ करते हैं और चाहते हैं कि माँ आपकी सहायता करें, तो ये आपकी बहुत बड़ी भूल है.
इस पाठ से शत्रुओं से छुटकारा प्राप्त करने के लिए किया जाता है. द शत्रुओं का भय व्यक्ति के जीवन में बहुत पीड़ा का कारण होता है क्योंकि भय ग्रस्त व्यक्ति चाहे वो कितनी भी सुख सुविधा में रह रहा, कभी भी सुखी नहीं रह सकते.उन्होंने कहा कि वैसे भी बंगाल के धरती पर मातृशक्ति पर विश्वास की जाती है. संयोजक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी ने कहा इस जग में सबका कल्याण हो,भगवती की कृपा सब पर बनी रहे. इस कार्यक्रम में गिरिडीह के प्रमोद अग्रवाल, राहुल गोपाल अग्रवाल,राहुल,अग्रवाल, शंकर मावनडीआ, शिबू डालमिया,शिव कुमार सारडा,विशाल सारडा,मनोज सराफ,रतनलाल सतनालिका सहित रांनीगंज के काफी गणमान्य व्यक्ति.कार्यक्रम को सफल बनाने में रबिन्द्र चौधरी एवं रोहित चौधरी की अहम भूमिका रही.










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