आसनसोल : नए ओपन कास्ट माइंस खोलने को लेकर काली पहाड़ी प्रबंधन ने ईसीएल के अतिक्रमण किए हुए जमीन को मुक्त करने का नोटिस काली पहाड़ी कोलयरी के आसपास इलाके के ग्रामीणों को दिया है। जिसको लेकर ग्रामीणों में हड़कंप मचा है।इसको लेकर ग्रामीणों ने काली पहाड़ी प्रबंधक कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया था। बुधवार को इस मामले में आसनसोल नगर निगम के मेयर विधान उपाध्याय ने हस्तक्षेप देते हुए वार्ड पार्षद मीना कुमारी हांसदा कोलयरी प्रबंधक दीपक कुमार पांडे एवं ग्रामीणों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में चर्चा होने के बाद मेयर विधान उपाध्याय वार्ड पार्षद मीना कुमारी हांसदा को यह निर्देश दिया कि वे ग्रामीणों को लेकर ईसीएल प्रबंधन के साथ बैठक कर उचित निर्णय लें। उन्होंने कहा कि पिछले 70 से 80 वर्षों से वहां लोग निवास कर रहे हैं। यदि ईसीएल की वहां कोयला है, तो ईसीएल जो लोग वहां निवास कर रहे हैं। उनलोगों को पुनर्वास की व्यवस्था करें। इसके बाद कोयला दोहन का कार्य करें। वही ग्रामीणों के प्रतिनिधि ने कहा कि वहां 70 से 80 वर्षों से लोग निवास कर रहे हैं।ईसीएल प्रबंधन के द्वारा अचानक उनलोगों को जमीन खाली करने की नोटिस दी गई है। ईसीएल का कहना है कि ईसीएल वहां ओसीपी का निर्माण करेगा। हमारी मांग है कि हम लोग यहां इतने दिनों से निवास करते आ रहे हैं।उन लोगों को पुनर्वास किया जाए। उसके बाद कोई कोयला खनन के लिए ओसीपी का निर्माण किया जाए। वही काली पहाड़ी कोलयरी के प्रबंधक दीपक कुमार पांडे ने कहा कि हम लोगों ने आज मेयर विधान उपाध्याय से कहा कि उन्हें पहले सर्वे करने दिया जाए। ताकि यह पता लगा सके कि जमीन के अंदर हमारी कितनी प्रॉपर्टी है। हम लोग कोयला का दोहन कर सकते हैं या नहीं। यदि लैंड वार्डन अधिक होगा तो नुकसान होगा। इसलिए हम लोग सर्वे कार्य जांच कर लेना चाहते हैं कि कितना कोयला है। हम लोग खदान चला सकते हैं या नहीं। इसके बाद ही हम लोग कोई निर्णय लेंगे।









0 टिप्पणियाँ