रानीगंज:– पुलिस द्वारा अवैध रूप शराब बिक्री किये जाने के मामले में गिरफ्तार करने के दौरान आदिवासी मुहल्ले में स्थित घरों में घुसकर तांडव चलाने जा आरोप लगाते हए नीमचा फाड़ी जा घेराव हसुआ,झाड़ू लेकर महिलाओं ने किया.महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि नशे की हालत में जबरन देर रात घर में घुसकर महिलाओं के साथ धक्का मुक्की किया,एवं घर के समान फेंक दिया. आरोप है कि एक व्यक्ती को झूठे मामले में गिरफ्तार करने तिराट ग्राम पंचायत अंतर्गत हाड़ाभांगा इलाके आदिवासी महिलाओं ने झाड़ू एवं हसुआ लेकर सोमवार को रानीगंज थाना के निमचा पुलिस फांडी का घेरा . हाड़ाभांगा निवासी सह रानीगंज पंचायत समिति के पूर्व सह सभापति भारती मुर्मू के पति बुद्धि मुर्मू को अवैध रूप से शराब बेचने के आरोप में निमचा फांडी पुलिस ने रविवार देर रात गिरफ्तार किया है. इस संबंध में भरती मुर्मू ने बताया कि रविवार की रात लगभग दो बजे अचानक पुलिस उनके घर में घुसकर तलाशी लेने लगे तथा अवैध रूप से शराब बेचने के झूठे आरोप में उनके पति बुद्धि मुर्मू को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गए. उन्होंने कहा कि यदि उसके पति कोई गुनाह किया है तो उसे दिन के उजाले में पुलिस क्यों नहीं पकड़ती है? रात में जब पुलिस किसी के घर में प्रवेश कर रही है तो महीला पुलिस क्यों नहीं लेकर आई. उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान विरोध करने पर पुलिस कर्मियो ने उन्हें धक्का दे दिया, जबकि वह गर्भवती हैं. उन्होंने पुलिस कर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि रात में स्वयं पुलिस वाले नशे में धुत थे तथा तलाशी के दौरान जबरन घर का आलमारी खुलवाकर उसमे रखे गहने सहित सभी सामान जमीन पर फेंक दिया.जब उसने पुलिस वालों को बताया कि उनके पति के दुकान से शराब की बोतले मिली है, तो वो बोतले कहां है, पुलिस को दिखाना होगा की कितनी बोतले जब्त किया गया है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का बंदना पर्व चल रहा है, ऐसे में अधिकांश लोग शराब का सेवन करते हैं,निमंत्रण देने के दौरान भी शराब का सेवन करते है,यह परंपरा वर्षो से चला आ रहा है, शराब पीकर लोग खाली बोतलों को जहां तहां फेंक देते हैं, उन्हीं खाली बोतलों को बच्चे जमाकर खेलते हैं, जिसे बरामद कर पुलिस मेरे पति पर झूठा आरोप लगा रही है. उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए दोषी पुलिस कर्मी जब तक माफी नहीं मांगेंगे, यह आंदोलन जारी रहेगा. वहीं ग्राम की एक अन्य महिला बाहमुनि चौड़ेन ने कहा कि हमलोगों का बंदना पर्व चल रहा है, इसके लिए गंगा जल से घर की साफ सफाई बीते रात डेढ़ बजे तक की गई थी, घर का कोई भी सदस्य जूता चप्पल पहनकर घर में प्रवेश नहीं करता है, परंतु शराब के नशे में चूर पुलिस वाले मना करने के बाद भी जूता पहनकर घर में घुस गए थे. इससे पुरा घर अपवित्र हो गया, इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा? उन्होंने कहा कि पुलिस से मांग की गई है कि कोई भी पुलिस कर्मी रात के अंधेरे में ग्राम में बिना अनुमति के प्रवेश ना करें और यदि कोई गुनाह किया है तो उसे दिन के उजाले में गिरफ्तार करें.
दूसरी और पुलिस ने इन आरोपो को नकार दिया है.पुलिस ने अपना कार्य किया है,आरोपी को जिला न्यायालय में भेज दिया गया है.










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