कोलकाता (पीबी टीवी)): इस वर्ष भारत देशभक्ति के अमर गीत “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ मना रहा है। 1875 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने अपने अमर उपन्यास आनंदमठ में इस गीत की रचना की थी।
“वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं है, बल्कि यह एक युगांतरकारी नारा है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम के हर कोने में भारतीयों के रक्त में जोश और उत्साह भर दिया था। इस गीत में मां के प्रति श्रद्धा, देश के प्रति प्रेम और बलिदान की प्रेरणा एक साथ जुड़ी हुई है। आज भी “वंदे मातरम्” भारत की एकता और गौरव का प्रतीक बना हुआ है।
कोलकाता एयरपोर्ट अथॉरिटी के इंचार्ज विक्रम सिंह ने पत्रकारों से कहा,
“हम सभी एयरपोर्ट के स्टाफ और यात्रियों के साथ मिलकर आज ‘वंदे मातरम्’ गीत गा रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व और देशभक्ति का क्षण है। हम सभी देश की प्रगति और एयरपोर्ट के विकास के लिए निरंतर काम करते रहेंगे।”









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