रानीगंज- 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती' इस कहावत को रानीगंज के राम बागान क्षेत्र की गौरांगो कॉलोनी की रहने वाली संस्कृत शिक्षिका पिंकी मंडल ने सच साबित कर दिखाया है. रानीगंज गांधी मेमोरियल गर्ल्स हाई स्कूल में कार्यरत पिंकी मंडल ने हाल ही में सूरत में आयोजित चतुर्थ मास्टर नेशनल चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल छह पदक अपने नाम किए हैं.
पिंकी मंडल ने 8 से 12 अक्टूबर तक आयोजित हुई इस प्रतियोगिता के विभिन्न विभागों में चार स्वर्ण पदक और दो रजत पदक जीतकर रानीगंज का नाम रोशन किया.उन्हें ये स्वर्ण पदक 10 किलोमीटर, 5 किलोमीटर, 3 किलोमीटर और 1500 मीटर दौड़ स्पर्धाओं में प्राप्त हुए, जबकि 400 मीटर और 100 मीटर रिले रेस में उन्होंने रजत पदक हासिल किया.
रानीगंज लौटने पर पिंकी मंडल ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण को दिया.मॉर्निंग वॉकर योगा ग्रुप के सदस्यों ने पिंकी मंडल को बधाई दिया,ज्ञात रहे कि पिंकी मंडल रानीगंज के रोबिन सेन स्टेडियम में घण्टो अभ्यास करती है. पिंकी मंडल ने बताया कि वह अपने स्कूल की नौकरी और अभ्यास के बीच बेहतरीन सामंजस्य स्थापित करती हैं.वह प्रतिदिन सुबह ढाई घंटे गहन अभ्यास करती हैं, जिसके बाद वह स्कूल जाती हैं. इसी अथक प्रयास के बल पर वह आज इस मुकाम तक पहुंची हैं.
पिंकी मंडल ने अपनी सफलता के लिए रानीगंज एथलेटिक संस्था के कोच रवि सिंह को विशेष धन्यवाद दिया.उन्होंने कहा कि रवि सिंह ने उन्हें न केवल प्रोत्साहित किया बल्कि उचित प्रशिक्षण भी दिया, जिसकी बदौलत वह राष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल कर पाई हैं.
लड़कियों को संदेश देते हुए उन्होंने उनसे आग्रह किया कि वे अपने भीतर छिपे हुनर को पहचानें और उसे तराशने के लिए कड़ी मेहनत करें. अपने भविष्य की योजनाओं पर बात करते हुए पिंकी मंडल ने इच्छा व्यक्त की कि वह भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करें और देश के लिए पदक लाएं.
वहीं, रानीगंज एथलेटिक के कर्णधार रवि सिंह ने पिंकी मंडल की सफलता पर खुशी व्यक्त की.उन्होंने कहा कि यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि उनकी संस्था में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिंकी मंडल ने गुजरात के सूरत में हुई एथलेटिक्स प्रतियोगिता के ट्रैक एंड फील्ड विभागों की कई स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.
रवि सिंह ने आगे बताया कि इससे पहले उनके द्वारा प्रशिक्षित लगभग 100 प्रशिक्षु स्पोर्ट्स कोटा के माध्यम से विभिन्न सशस्त्र बलों में नौकरी प्राप्त कर चुके हैं.उनका लक्ष्य है कि उनके प्रशिक्षण से कम से कम 1000 विद्यार्थियों को सशस्त्र बलों में नौकरी मिले










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