कोलकाता: पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। राज्य में हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा के एक और चरण के बाद, आंदोलनकारी और पूर्व शिक्षक चिन्मय मंडल ने अपनी नाराज़गी और पीड़ा खुलकर जाहिर की।
परीक्षा खत्म होते ही केंद्र से बाहर निकले चिन्मय मंडल ने कहा, "सब कह रहे हैं कि परीक्षा अच्छी हुई, लेकिन असली सवाल तो यही है कि यह परीक्षा कितनी पारदर्शी है।" उन्होंने आगे कहा कि इसका पता दो-तीन साल बाद ही चलेगा, जब परिणाम आएंगे।
काले कपड़ों में 'खामोश' विरोध
चिन्मय मंडल ने इस परीक्षा में शामिल होने के लिए काले रंग की टी-शर्ट पहनी थी, जिसे उन्होंने अपना "खामोश" विरोध बताया। इस पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "ये मेरा विरोध का तरीका है। कोई नारा नहीं, कोई हंगामा नहीं - सिर्फ काले कपड़े पहनकर यह दिखाना चाहता हूँ कि हमारे साथ क्या हुआ है।"
चिन्मय मंडल पहले भी एसएससी भर्ती घोटाले के खिलाफ हुए आंदोलनों में एक प्रमुख चेहरा रहे हैं। वह खुद भी एक शिक्षक थे, लेकिन पैनल विवाद के कारण उनकी नौकरी चली गई। अब वह दोबारा परीक्षा देकर अपने हक को फिर से साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।
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