नदिया। शहीद झंटु अली शेख के परिवार ने मांग की है कि जो भारतीय लोग पाकिस्तानी आतंकवादियों को मदद दे रहे हैं, उन्हें पहले चुन-चुन कर मारना होगा। नदिया के तेहट्ट पथरघाटा निवासी वीर सैनिक झंटु अली शेख की शहादत से पूरा इलाका शोक में डूबा हुआ है। जानकारी के अनुसार, कल कश्मीर में भारतीय सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में झंटु अली शेख शहीद हो गए। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले कश्मीर के पहलगाम में अचानक पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। आरोप है कि उन्होंने एक विशेष समुदाय के पर्यटकों को निशाना बनाकर गोलीबारी की, जिसमें लगभग 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन पश्चिम बंगाल के निवासी थे। इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई शुरू की, और इस मुठभेड़ में झंटु अली शेख शहीद हो गए। उनकी उम्र 36 वर्ष थी। उनके दो बच्चे हैं। उन्होंने 2008 में भारतीय सेना में सेवा शुरू की थी। उनके बड़े भाई भी सेना में कार्यरत हैं।परिवार के अनुसार, वह पहले अपने परिवार के साथ आगरा में रहते थे, और हाल ही में उनकी तैनाती कश्मीर में हुई थी। पहलगाम की घटना के बाद जब सेना ने जवाबी हमला किया, उसी दौरान वह शहीद हो गए। उनके शहीद होने की खबर से पूरा परिवार और इलाका शोकाकुल है। स्थानीय लोगों की भी मांग है कि जो भारतीय दलाल इन पाकिस्तानी आतंकियों की मदद कर रहे हैं, उन्हें पहले सख्ती से खत्म किया जाए और आतंकियों का समूल नाश किया जाए। आज सुबह नदिया जिला प्रशासन की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल झंटु अली शेख के परिवार से मिलने पहुंचा। "हम शहीद के पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे हैं। ये आतंकी आखिर कश्मीर में कैसे दाखिल हुए और इतना बड़ा हमला कैसे कर दिया? यह बहुत बड़ा सवाल है। जिनके जरिए ये हमला हुआ, उन्हें भी बख्शा नहीं जाना चाहिए।"
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