नदिया जिले के रानाघाट में बीजेपी के विरोध मार्च को लेकर भारी तनाव उत्पन्न हो गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई।
विरोध मार्च के दौरान, बीजेपी कार्यकर्ता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के दफ्तर में घुसने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने बसों से बैरिकेड बनाकर उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन बीजेपी समर्थक बैरिकेड तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश करते हैं। इसी दौरान पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो जाती है और माहौल कुछ समय के लिए उत्तेजित हो उठता है। शनिवार की शाम, राज्य में नौकरी घोटाले समेत विभिन्न भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर राज्य बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में इस विरोध मार्च का आयोजन किया गया था। रानाघाट के विश्वासपाड़ा इलाके से यह मार्च शुरू हुआ और फिर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के सामने पहुंचकर हंगामा हुआ। बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने इस मौके पर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि पूरे पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अब हिंदुओं को पश्चिम बंगाल छोड़कर अन्य राज्यों में जाकर बसना पड़ेगा? उन्होंने आरोप लगाया कि आमडांगा, मुर्शिदाबाद समेत कई जगहों पर हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है और मुआवजा देकर पीड़ितों का मुंह बंद करने की कोशिश हो रही है। सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी पर भी हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री ने फिलहाल स्कूल शिक्षाकर्मियों को भत्ता देने की घोषणा की है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद इस तरह का फैसला लेना नया कानूनी संकट खड़ा करेगा।उनका कहना था कि तृणमूल सरकार को यदि भत्ता देना है तो अपने पार्टी फंड से दे, क्योंकि राज्य सरकार का पैसा जनता का है, किसी की निजी संपत्ति नहीं। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा विभिन्न राज्यों में पाकिस्तानी घुसपैठियों की पहचान की बात पर प्रतिक्रिया देते हुए सुकांत मजूमदार ने कहा, "अगर ऐसा है, तो ममता बनर्जी को अपनी मंत्रिमंडल से भी कई लोगों को हटाना पड़ेगा, क्योंकि कुछ मंत्रियों का 'मन का पासपोर्ट' पाकिस्तान का लगता है, भले ही वे कागजों पर भारतीय हों।"
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