नदिया (पीबी टीवी ) : बंगाल में फर्जी वोटरों को लेकर चल रहे राजनीतिक घमासान के बीच फर्जी वोटर कार्ड से भरी बोरियां बरामद होने से नई सनसनी फैल गई है। सड़क के किनारे से वोटर कार्ड से भरा एक बोरा बरामद किया गया। विपक्ष का दावा है कि सत्तारूढ़ पार्टी के बदमाशों ने अदालत के आदेश को स्वीकार करने के बाद मतदाता पहचान पत्र छोड़ दिए। यह घटना नदिया जिले के शांतिपुर थाना अंतर्गत कृष्णा कालीतला इलाके में घटी। जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों ने शांतिपुर थाना अंतर्गत वार्ड संख्या 24 के कृष्णा कालीतला स्थित बिसर्जन घाट से सटे सड़क के किनारे एक बोरा देखा । उन्हें बोरी के आसपास कूड़े में कई मतदाता पहचान पत्र दिखे। बाद में जब बैग खोला गया तो उसमें काफी संख्या में वोटर कार्ड मिले। सूचना मिलने पर शांतिपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। बाद में पुलिस ने बोरियों में बंद पड़े वोटर कार्डों को एकत्र किया और उन्हें पुलिस थाने ले आई। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि ये मतदाता पहचान पत्र किसने छोड़ा है। बोरियों में बरामद वोटर कार्डों के पते उत्तर 24 परगना, हुगली और नदिया में कई स्थानों के हैं। दूसरी ओर, वोटर कार्ड बरामद होने के बाद राजनीतिक उथल-पुथल फिर से शुरू हो गई है।
भाजपा नेता सोमनाथ कर ने कहा कि जब अदालत ने निर्देश जारी किया कि सभी मतदाता पहचान पत्रों को आधार कार्ड से जोड़ा जाना चाहिए, तो सत्तारूढ़ दल के बदमाशों को इसका एहसास हुआ और उन्होंने इन अवैध मतदाता पहचान पत्रों को छोड़ दिया। उन्होंने मूलतः इन मतदाता पहचान-पत्रों का उपयोग विभिन्न चुनावों में किया। हम प्रशासन से उचित जांच की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी ने भाजपा पर जवाबी हमला किया है। स्थानीय पार्षद श्याम साहा का दावा है कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर हम एक-एक करके फर्जी मतदाताओं को पकड़ने का कार्यक्रम चला रहे हैं। ऐसी स्थिति में भाजपा ने इस घटना को अंजाम देने की साजिश रची होगी। प्रशासन और चुनाव आयोग बरामद मतदाता पहचान पत्रों की पूरी जांच करने के लिए जिम्मेदार हैं। वे अवश्य ही जांच करेंगे। हालाँकि, सत्तारूढ़ पार्टी इस घटना में किसी भी तरह से शामिल नहीं है।
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