कोलकाता (पी बी टी वी न्यूज़) : मेदिनीपुर शहर के नजरगंज के विवेकानन्दपल्ली स्थित कंसाई नदी में स्थानीय मछुआरा मोहम्मद नजीरुद्दीन मछली पकड़ रहा था। शाम को उसने नदी से अपना जाल जब बाहर निकाला,तो जाल निकालने पर उसे लगा कि कोई बड़ी मछली जाल में फंस गई गई है! बड़ी मुश्किल से उसे खींचकर किनारे पर लाया तो उसे एक विशालकाय कछुआ दिखाई दिया। इसके बाद पूरे इलाके में यह बात फ़ैल गई . इस विशालकाय कछुए को देखने के लिए स्थानीय लोगों का तांता लग गया।
स्थानीय निवासियों के माध्यम से पता चला कि मेदिनीपुर शहर के निवासी देवराज चक्रवर्ती, जिन्हें 'सर्पबंधु' यानी वन्यजीव मित्र के नाम से जाना जाता है, उनको जब इसकी खबर मिली तो देवराज तुरंत उस क्षेत्र में पहुंचे और कछुए को मछुआरे से बचाया। इस विशालकाय कछुए के8 वजन लगभग 28 किलोग्राम (27 किलोग्राम 500 ग्राम) है। देवराज ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इसे शहर के रंगमती इलाके स्थित रूपनारायण प्रभाग के वनकर्मियों को सौंप दिया। पूर्ण विकसित कछुए को वन विभाग द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया। पर्यावरणविद्, वन्यजीव प्रेमी सह सामाजिक कार्यकर्ता राकेश सिंह देव ने कहा, "देवराज चक्रवर्ती आज जिले के लोगों के बीच न केवल सांप प्रेमी ही नहीं, बल्कि पर्यावरण मित्र या पशु मित्र के रूप में लोकप्रिय हैं. उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है. इस तरह का जो बड़े कछुए हैं, वे गहरे पानी में रहते हैं. इनका औसत जीवन काल 100 से 150 वर्ष होता है। वन विभाग की ओर से देवराज चक्रवर्ती, मोहम्मद नजीरुद्दीन सहित सभी संबंधितों को धन्यवाद दिया गया है.










0 टिप्पणियाँ